भारत में जनप्रिय सम्प्रभुता है, क्योंकि भारत के संविधान की प्रस्तावना शुरू होती है, इन शब्दों से –

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भारत में जनप्रिय सम्प्रभुता है, क्योंकि भारत के संविधान की प्रस्तावना शुरू होती है, इन शब्दों से -

सम्प्रभूता- 

  • सम्प्रभुता से तात्पर्य है कि किसी भी देश का पूर्णतः स्वतंत्र होना। वह अपने सारे निर्णय स्वयं लेता है। वह किसी भी प्रकार से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी अन्य देश के अधीन नहीं हैं।
  • 26 जनवरी 1950 को भारत एक सम्प्रभु राष्ट्र / सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न बन गया
  • 15 अगस्त, 1947 को भारत एक डोमिनियन स्टेट बना।
  • 15 अगस्त, 1947 से पहले भारत ब्रिटेन का एक उपनिवेश था।
  • 15 अगस्त, 1947 से 25 जनवरी 1950 तक भारत डोमिनियन स्टेट था, क्योंकि भारत की शासन व्यवस्था भारतीय स्वतन्त्रता अधिनियम 1947 के प्रावधानों से संचालित हो रही थी। जैसे कि भारत शासन अधिनियम 1935 हमारा संविधान था तथा संविधान सभा ही हमारी विधायिका के रूप में कार्य करेगी।
  • प्रिवी काउंसिल हमारा सर्वोच्च अपीलीय न्यायलय था।
  • पाकिस्तान 1956 तक डोमिनियन स्टेट रहा।
  • आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड, कनाडा इनका राष्ट्राध्यक्ष ब्रिटिश क्राउन है, इसलिए कुछ लोगों का मानना है ये अभी भी डोमिनियत स्टेट है।
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