
आपका स्वागत है! इस क्विज़ में आपको राजस्थान की मध्यकालीन प्रशासनिक व्यवस्था के महत्वपूर्ण पहलुओं पर आधारित प्रश्नों का सामना करना होगा। यह टेस्ट आपको न केवल आपके ज्ञान को परखने का अवसर देगा, बल्कि आपको राजस्थान के समृद्ध इतिहास और संस्कृति के बारे में भी जानकारी प्रदान करेगा।
सही उत्तर देने पर आपको अंक मिलेंगे, और अंत में आपके प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाएगा। आइए, इस ज्ञानवर्धक यात्रा की शुरुआत करें और राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहर को समझें!
शुभकामनाएँ!
1. मध्यकालीन पट्टा रेख से आप क्या समझते हैं?
2. जागीर शब्द किस भाषा से लिया गया है?
3. मारवाड़ राज्य में किस प्रकार के सामंतों को रेख, हुक्मनामा और चाकरी से 3 पीढ़ियों के लिए मुक्त किया जाता था?
4. दस्तूर क़ौमवार में राजस्थान के किस राज्य का वर्णन मिलता है?
5. बालद क्या है?
6. राजस्थान में एक राजा का दूसरे राजा के साथ होने वाले पत्र व्यवहार को कहा जाता है?
7. राजस्थान की प्राचीन रियासत के संदर्भ में कांसा परोसा क्या था?
8. राजस्थान की एकमात्र कौनसी रियासत थी जहां उत्तराधिकारी शुल्क नहीं लिया जाता था?
9. मुगल सम्राट की आज्ञा अनुसार राजपुताना में शाही पदाधिकारियों द्वारा जारी किए जाने वाले कागजात कहलाते थे
10. 8वीं से 12वीं सदी के समाज में राजस्थान में प्रचलित अधिकारी ‘अक्षपटलिक’ का संबंध किससे था?
11. मारवाड़ में वीरता, साहित्य, सेवा के लिए ‘सिरोपाव’ देने की परंपरा रही थी, सर्वोच्च सिरोपाव था – ?
12. ‘तिवारा कर’ वसूला जाता था?
13. ‘डाबी’ और ‘जीवणी’ सामंतों की श्रेणी राजस्थान में कहां प्रचलित थी?
14. मटक, बिछायत, चु-सराई क्या थे?
15. वह कौन सा भूभाग था जो ब्राह्मणों को दान दिया जाता था तथा उनसे भूमिकर व अन्य प्रकार के कर राजा द्वारा नहीं वसूले जाते थे?
16. राजस्थान के राजवंशों के राजस्व प्रणाली के अंतर्गत किस प्रकार की भूमि को राजा की निजी संपत्ति माना जाता था?
17. राजस्थान में उत्पादन क्षमता के आधार पर भूमि के प्रकार हकत बहत का अर्थ है?
18. राजस्थान के पूर्व मध्यकालीन राज्यों में ‘नैमेत्रिक’ पदनाम का प्रयोग किया जाता था?
19. निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है?