
नेहरू रिपोर्ट (1928)
- प्रश्न: नेहरू रिपोर्ट का उद्देश्य क्या था?
- उत्तर: भारतीय संविधान का प्रारूप तैयार करना।
- व्याख्या: 1928 में, भारतीय नेताओं ने नेहरू रिपोर्ट के माध्यम से भारत के लिए एक संविधान का प्रारूप तैयार करने की कोशिश की। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन से भारत को डोमिनियन स्टेट का दर्जा दिलाना था।
- प्रश्न: नेहरू रिपोर्ट समिति के अध्यक्ष कौन थे?
- उत्तर: मोतीलाल नेहरू।
- व्याख्या: नेहरू रिपोर्ट को मोतीलाल नेहरू की अध्यक्षता में तैयार किया गया था। वह एक प्रमुख कांग्रेसी नेता थे और इस रिपोर्ट ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- प्रश्न: नेहरू रिपोर्ट में भारत के लिए कौन सा दर्जा मांगा गया था?
- उत्तर: डोमिनियन स्टेट का दर्जा।
- व्याख्या: नेहरू रिपोर्ट में ब्रिटिश साम्राज्य के भीतर एक स्वतंत्र राज्य का दर्जा मांगते हुए भारत के लिए डोमिनियन स्टेट का दर्जा मांगा गया था।
- प्रश्न: नेहरू रिपोर्ट में प्रांतों में किस प्रणाली को समाप्त करने की मांग की गई थी?
- उत्तर: द्वैध शासन।
- व्याख्या: द्वैध शासन प्रणाली, जो 1919 के अधिनियम के तहत स्थापित की गई थी, को समाप्त करने की मांग नेहरू रिपोर्ट में की गई थी, ताकि भारतीयों को अधिक सत्ता दी जा सके।
- प्रश्न: नेहरू रिपोर्ट में सांप्रदायिक आधार पर किस सुविधा को समाप्त करने की मांग की गई थी?
- उत्तर: पृथक निर्वाचन।
- व्याख्या: पृथक निर्वाचन प्रणाली, जिसमें मुसलमानों को अलग निर्वाचन क्षेत्रों से चुना जाता था, को समाप्त करने की मांग नेहरू रिपोर्ट ने की थी ताकि एक राष्ट्रीयता का विकास हो सके।
सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930-1934)
- प्रश्न: सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत किस घटना से हुई?
- उत्तर: दांडी मार्च से।
- व्याख्या: 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम से दांडी के लिए नमक सत्याग्रह यात्रा शुरू की, जिसमें नमक कानून को तोड़ा गया और ब्रिटिश शासन के खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की गई।
- प्रश्न: दांडी मार्च के दौरान महात्मा गांधी ने किस कानून का उल्लंघन किया?
- उत्तर: नमक कानून।
- व्याख्या: गांधीजी ने नमक बनाने पर लगे ब्रिटिश कानून का उल्लंघन किया, जिससे अंग्रेजों के खिलाफ व्यापक विरोध की लहर उठी।
- प्रश्न: सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान किसने दक्षिण भारत में आंदोलन का नेतृत्व किया?
- उत्तर: सी. राजगोपालाचारी।
- व्याख्या: सी. राजगोपालाचारी ने दक्षिण भारत में त्रिची के पास वेंदारन्येन तट पर नमक बनाकर इस आंदोलन का नेतृत्व किया।
- प्रश्न: सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत में किसने आंदोलन का नेतृत्व किया?
- उत्तर: खान अब्दुल गफ्फार खाँ।
- व्याख्या: खान अब्दुल गफ्फार खाँ, जिन्हें सीमांत गांधी भी कहा जाता है, ने इस आंदोलन में ‘खुदाई खिदमतगार’ नामक संगठन के साथ सक्रिय भाग लिया।
- प्रश्न: सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान गांधीजी की अनुपस्थिति में आंदोलन का नेतृत्व किसने किया?
- उत्तर: अब्बास तैय्यब जी।
- व्याख्या: गांधीजी की गिरफ्तारी के बाद अब्बास तैय्यब जी ने आंदोलन की कमान संभाली और इसे जारी रखा।
गोलमेज सम्मेलन (Round Table Conferences)
- प्रश्न: प्रथम गोलमेज सम्मेलन का आयोजन कब हुआ था?
- उत्तर: 12 नवंबर 1930।
- व्याख्या: प्रथम गोलमेज सम्मेलन का आयोजन ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीय राजनीतिक समस्याओं पर चर्चा के लिए किया गया था, लेकिन कांग्रेस ने इसमें हिस्सा नहीं लिया।
- प्रश्न: प्रथम गोलमेज सम्मेलन में किसने दलितों के लिए पृथक निर्वाचन की मांग की थी?
- उत्तर: भीमराव अम्बेडकर।
- व्याख्या: भीमराव अम्बेडकर ने दलितों के लिए पृथक निर्वाचन की मांग की, ताकि उनके राजनीतिक अधिकारों को सुरक्षित किया जा सके।
- प्रश्न: द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में कांग्रेस की ओर से एकमात्र प्रतिनिधि कौन थे?
- उत्तर: महात्मा गांधी।
- व्याख्या: गांधीजी ने द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया और भारतीयों के अधिकारों की वकालत की।
- प्रश्न: द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में किन मुद्दों पर चर्चा हुई थी?
- उत्तर: सांप्रदायिक निर्वाचन और संघीय न्यायालय की स्थापना।
- व्याख्या: द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में सांप्रदायिक निर्वाचन, संघीय न्यायालय की स्थापना, और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर चर्चा हुई थी।
- प्रश्न: द्वितीय गोलमेज सम्मेलन को गांधीजी ने असफल क्यों कहा?
- उत्तर: सांप्रदायिक निर्वाचन के मुद्दे पर।
- व्याख्या: गांधीजी ने सांप्रदायिक निर्वाचन की व्यवस्था का विरोध किया, जिसके कारण वह सम्मेलन को असफल मानते थे।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ
- प्रश्न: गांधी-इरविन समझौता कब हुआ था?
- उत्तर: 5 मार्च 1931।
- व्याख्या: गांधी-इरविन समझौता भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और ब्रिटिश सरकार के बीच हुआ एक महत्वपूर्ण समझौता था, जिसके तहत सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित किया गया।
- प्रश्न: गांधी-इरविन समझौता के प्रमुख बिन्दु क्या थे?
- उत्तर: राजनीतिक कैदियों की रिहाई, नमक बनाने की अनुमति।
- व्याख्या: इस समझौते में राजनीतिक कैदियों की रिहाई, भारतीयों को नमक बनाने की अनुमति, और आंदोलनकारियों के खिलाफ कार्यवाही न करने का वादा शामिल था।
- प्रश्न: पूर्ण स्वराज की मांग किस कांग्रेस अधिवेशन में की गई थी?
- उत्तर: लाहौर अधिवेशन 1929।
- व्याख्या: लाहौर अधिवेशन में जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में पूर्ण स्वराज की मांग की गई थी और 26 जनवरी 1930 को स्वाधीनता दिवस के रूप में मनाया गया था।
- प्रश्न: अगस्त प्रस्ताव किसने और कब प्रस्तुत किया था?
- उत्तर: वायसराय लार्ड लिनलिथगो, 8 अगस्त 1940।
- व्याख्या: अगस्त प्रस्ताव में युद्ध के बाद संविधान सभा के गठन की बात कही गई थी, जिसे कांग्रेस ने अस्वीकार कर दिया था।
- प्रश्न: पूना समझौता कब और किनके बीच हुआ था?
- उत्तर: 26 सितंबर 1932, महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव अंबेडकर।
- व्याख्या: पूना समझौता गांधीजी और अंबेडकर के बीच हुआ, जिसमें दलितों को आरक्षित सीटें देने का समझौता हुआ और पृथक निर्वाचन की मांग को वापस लिया गया।
- प्रश्न: भारत शासन अधिनियम 1935 का विधेयक किस गोलमेज सम्मेलन के आधार पर पारित किया गया?
- उत्तर: तृतीय गोलमेज सम्मेलन।
- व्याख्या: तृतीय गोलमेज सम्मेलन के बाद जारी श्वेत पत्र के आधार पर भारत शासन अधिनियम 1935 का विधेयक पारित किया गया, जो भारतीय राजनीति के लिए महत्वपूर्ण था।
- प्रश्न: 1937 के प्रांतीय चुनावों में कांग्रेस ने कितने प्रांतों में जीत हासिल की?
- उत्तर: 11 में से 8 प्रांत।
- व्याख्या: 1937 के चुनावों में कांग्रेस ने 11 में से 8 प्रांतों में जीत दर्ज की और सरकार बनाई, जो बाद में 1939 में त्यागपत्र देकर समाप्त हुई।
- प्रश्न: कांग्रेस ने प्रांतीय सरकारों से त्यागपत्र क्यों दिया?
- उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध में भारत को शामिल करने के विरोध में।
- व्याख्या: वायसराय लिनलिथगो द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध में भारत को शामिल करने के फैसले के विरोध में कांग्रेस ने प्रांतीय सरकारों से त्यागपत्र दे दिया।
- प्रश्न: 22 दिसंबर 1939 को मुस्लिम लीग ने किस दिन के रूप में मनाया?
- उत्तर: मुक्ति दिवस और धन्यवाद दिवस।
- व्याख्या: कांग्रेस के इस्तीफों के बाद मुस्लिम लीग ने 22 दिसंबर 1939 को ‘मुक्ति दिवस’ और ‘धन्यवाद दिवस’ के रूप में मनाया, जिससे कांग्रेस और लीग के बीच तनाव बढ़ गया।
- प्रश्न: 1940 में पाकिस्तान की मांग पहली बार किसने उठाई?
- उत्तर: मोहम्मद अली जिन्ना।
- व्याख्या: 1940 में मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन में मोहम्मद अली जिन्ना ने पहली बार पाकिस्तान के अलग देश की मांग की थी।
भारत छोड़ो आंदोलन (1942)
- प्रश्न: भारत छोड़ो आंदोलन का नारा किसने दिया?
- उत्तर: महात्मा गांधी।
- व्याख्या: 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा देते हुए ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया।
- प्रश्न: भारत छोड़ो आंदोलन का आरंभ किस प्रस्ताव के तहत हुआ?
- उत्तर: ‘अखिल भारतीय कांग्रेस समिति’ का प्रस्ताव।
- व्याख्या: कांग्रेस के बंबई अधिवेशन में ‘अखिल भारतीय कांग्रेस समिति’ द्वारा भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ, जिससे व्यापक जन आंदोलन का सूत्रपात हुआ।
- प्रश्न: भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान कौन से प्रमुख नेता गिरफ्तार हुए?
- उत्तर: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल।
- व्याख्या: आंदोलन शुरू होते ही ब्रिटिश सरकार ने कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया, जिससे आंदोलन भूमिगत तरीके से चलाया गया।
- प्रश्न: भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान किस युवा क्रांतिकारी ने ब्रिटिश गवर्नर हाउस पर हमला किया?
- उत्तर: अरुणा आसफ अली।
- व्याख्या: अरुणा आसफ अली ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान भूमिगत गतिविधियों का संचालन किया और गवर्नर हाउस पर झंडा फहराकर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध किया।
- प्रश्न: भारत छोड़ो आंदोलन की विफलता के कारण क्या थे?
- उत्तर: दमनकारी नीतियाँ और नेतृत्व की गिरफ्तारी।
- व्याख्या: ब्रिटिश सरकार के दमनकारी नीतियों और कांग्रेस के सभी प्रमुख नेताओं की गिरफ्तारी के कारण यह आंदोलन व्यापक सफलता प्राप्त नहीं कर सका।
सुभाष चंद्र बोस और आज़ाद हिंद फौज (INA)
- प्रश्न: सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिंद फौज की स्थापना कहाँ की थी?
- उत्तर: सिंगापुर।
- व्याख्या: सुभाष चंद्र बोस ने 1943 में सिंगापुर में आज़ाद हिंद फौज की स्थापना की और इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष करना था।
- प्रश्न: आज़ाद हिंद फौज का नारा क्या था?
- उत्तर: “जय हिंद” और “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा”।
- व्याख्या: ये नारे सुभाष चंद्र बोस द्वारा दिए गए थे, जिनसे भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने का उत्साह फैल गया।
- प्रश्न: आज़ाद हिंद फौज ने किस युद्ध में हिस्सा लिया?
- उत्तर: इंफाल युद्ध।
- व्याख्या: आज़ाद हिंद फौज ने जापानी सेना के साथ मिलकर ब्रिटिश भारत में प्रवेश किया और इंफाल युद्ध में हिस्सा लिया, लेकिन वे सफल नहीं हो सके।
- प्रश्न: सुभाष चंद्र बोस ने किस रेडियो स्टेशन से भारतियों को संबोधित किया?
- उत्तर: टोक्यो रेडियो।
- व्याख्या: बोस ने टोक्यो रेडियो से भारतीयों को संबोधित किया और उन्हें स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।
- प्रश्न: आज़ाद हिंद फौज का गठन सबसे पहले किसने किया था?
- उत्तर: कैप्टन मोहन सिंह।
- व्याख्या: कैप्टन मोहन सिंह ने 1942 में सबसे पहले आज़ाद हिंद फौज का गठन किया था, लेकिन बाद में सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में इसे पुनर्गठित किया गया।
अन्य प्रश्न
- प्रश्न: किसने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की?
- उत्तर: ए.ओ. ह्यूम।
- व्याख्या: 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना ए.ओ. ह्यूम द्वारा की गई थी, जो भारतीय राजनीतिक चेतना के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम था।
- प्रश्न: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की?
- उत्तर: व्योमेश चंद्र बनर्जी।
- व्याख्या: 1885 में मुंबई में आयोजित कांग्रेस के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी, जो कि भारत की आज़ादी की दिशा में पहला कदम था।
- प्रश्न: ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ यह नारा किसने दिया था?
- उत्तर: बाल गंगाधर तिलक।
- व्याख्या: बाल गंगाधर तिलक ने यह नारा दिया, जिसने भारतीय जनता में स्वतंत्रता की भावना को जागृत किया और स्वतंत्रता आंदोलन को दिशा दी।
- प्रश्न: 1916 के लखनऊ समझौते में किन दो दलों के बीच समझौता हुआ था?
- उत्तर: कांग्रेस और मुस्लिम लीग।
- व्याख्या: 1916 के लखनऊ समझौते में कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच समझौता हुआ था, जिससे हिंदू-मुस्लिम एकता को बल मिला।
- प्रश्न: किस अधिनियम के तहत भारत को ‘समानता का दर्जा’ प्रदान किया गया था?
- उत्तर: भारत शासन अधिनियम 1935।
- व्याख्या: 1935 के अधिनियम के तहत भारत को आंशिक रूप से समानता का दर्जा दिया गया, जिसमें प्रांतीय स्वायत्तता को बढ़ावा दिया गया था।
- प्रश्न: किसने कांग्रेस के नरमपंथी और गरमपंथी दलों में विभाजन की स्थिति पैदा की?
- उत्तर: सुरेन्द्रनाथ बनर्जी।
- व्याख्या: सुरेन्द्रनाथ बनर्जी के समय कांग्रेस के भीतर नरमपंथी और गरमपंथी विचारधाराओं का उभार हुआ, जिससे दल में विभाजन की स्थिति बनी।
- प्रश्न: 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना कहाँ हुई थी?
- उत्तर: ढाका में।
- व्याख्या: मुस्लिम लीग की स्थापना 1906 में ढाका में हुई थी, जिससे भारतीय राजनीति में सांप्रदायिकता का प्रवेश हुआ।
- प्रश्न: किसने भारत में ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ की शुरुआत की?
- उत्तर: महात्मा गांधी।
- व्याख्या: महात्मा गांधी ने 1930 में नमक सत्याग्रह के माध्यम से सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की, जो स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।
- प्रश्न: 1905 में बंगाल विभाजन का विरोध किसने किया?
- उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस।
- व्याख्या: 1905 में वायसराय कर्जन द्वारा किए गए बंगाल विभाजन का कांग्रेस ने विरोध किया और इस विभाजन के खिलाफ आंदोलन शुरू किया।
- प्रश्न: 1907 में सूरत में कांग्रेस के अधिवेशन में क्या हुआ?
- उत्तर: कांग्रेस का विभाजन।
- व्याख्या: 1907 के सूरत अधिवेशन में कांग्रेस के नरमपंथी और गरमपंथी नेताओं के बीच विचारों का टकराव हुआ, जिससे कांग्रेस का विभाजन हो गया।
- प्रश्न: 1911 में किसके शासनकाल में बंगाल का विभाजन रद्द किया गया?
- उत्तर: जॉर्ज पंचम।
- व्याख्या: 1911 में किंग जॉर्ज पंचम के शासनकाल में बंगाल का विभाजन रद्द किया गया, जिससे बंगाल की एकता बहाल हुई।
- प्रश्न: 1919 का जलियांवाला बाग नरसंहार किस वायसराय के शासनकाल में हुआ?
- उत्तर: लॉर्ड चेम्सफोर्ड।
- व्याख्या: 1919 में लॉर्ड चेम्सफोर्ड के शासनकाल में जनरल डायर द्वारा जलियांवाला बाग में निर्दोष भारतीयों पर गोलियां चलाई गईं, जिससे पूरा देश हिल गया।
- प्रश्न: किस अधिनियम के तहत भारत में ‘प्रांतीय स्वायत्तता’ की स्थापना हुई?
- उत्तर: भारत शासन अधिनियम 1935।
- व्याख्या: 1935 के अधिनियम के तहत प्रांतीय स्वायत्तता की स्थापना हुई, जिससे भारतीय प्रांतों को अधिक स्वायत्तता और अधिकार दिए गए।
- प्रश्न: किसने 1946 के कैबिनेट मिशन योजना का विरोध किया?
- उत्तर: मुस्लिम लीग।
- व्याख्या: 1946 में कैबिनेट मिशन योजना का मुस्लिम लीग ने विरोध किया, क्योंकि इसमें पाकिस्तान की मांग को अस्वीकार किया गया था।
- प्रश्न: किसने भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) का गठन सबसे पहले किया था?
- उत्तर: कैप्टन मोहन सिंह।
- व्याख्या: भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन सबसे पहले कैप्टन मोहन सिंह द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में सशस्त्र संघर्ष करना था।
भारत के क्रांतिकारी आंदोलन पार्ट 1
Contents
भारत के क्रांतिकारी आंदोलन पार्ट 2
भारत के क्रांतिकारी आंदोलन पार्ट 3
भारत के क्रांतिकारी आंदोलन पार्ट 4
भारत के क्रांतिकारी आंदोलन पार्ट 5