Blogराजस्थान का इतिहास mcq राजस्थान की लोकदेविया MCQ Last updated: 2024/05/04 at 7:45 PM rajexaminfo.com Share 0 Min Read SHARE राजस्थान की लोकदेविया MCQ 1 / 23 निम्नलिखित में से किस देवी को शिशु रक्षक लोक देवी माना जाता है ? (2ND GRADE संस्कृत 2019) चौथ माता छींछ माता घेवर माता महामाया माता बड़ली माता मुख्य मंदिर - आकोला (चितौड़गढ़) यहाँ पर छोटे बच्चो का इलाज किया जाता है महामाया माता मुख्य मंदिर - मावली (उदयपुर) यहाँ पर छोटे बच्चों का इलाज किया जाता है अम्बिका माता मुख्य मंदिर - जगत (उदयपुर) इस मंदिर को मेवाड़ का खजुराहो कहा जाता है (खजुराहो के मंदिर मध्यप्रदेश में है जिन्हें चंदेल वंश के राजाओ ने बनवाया था) भदाणा माता मुख्य मंदिर - कोटा मुठ पीड़ित (जादू टोना से पीड़ित) व्यक्ति का इलाज किया जाता है ब्राह्मणी माता मुख्य मंदिर - सोरसन (बारां) एकमात्र कुलदेवी जिसकी पीठ की पूजा की जाती है यहाँ पर भी गधों का मेला (माघ शुक्ल सप्तमी) को लगता है 2 / 23 कुशाल माता का भव्य मंदिर जिसका निर्माण महाराणा कुम्भा ने करवाया था वह स्थित है ? (3RD GRADE 2010) उदयपुर कुम्भलगढ़ बदनोर ओसियां जिलाड़ी माता मुख्य मंदिर - अलवर घेवर माता मुख्य मंदिर - राजसमंद राजसमंद झील की नींव लगाई थी राजेश्वरी माता मुख्य मंदिर - भरतपुर भरतपुर के राजवंश (जाट) की कुलदेवी लटियाल माता मुख्य मंदिर - फलौदी (जोधपुर) यह कल्ला ब्राह्मणो की कुलदेवी कंठेसरी माता यह आदिवासीयो की कुल देवी नागणेची माता जोधपुर के राठौड़ो की कुलदेवी प्राचीन मंदिर - नागाणा (बाड़मेर) अन्य मन्दिर - बीकानेर कुशाल माता बदनोर -भीलवाड़ा महाराणा कुम्भा द्वारा निर्मित है 3 / 23 तुरताई माता का मंदिर कहा बना हुआ है ? (3RD GRADE 2013) तिलवाड़ा बाड़मेर तलवाड़ा बांसवाड़ा नाडौल पाली आमेर जयपुर त्रिपुरा सुंदरी माता जी इनका मुख्य मंदिर - तलवाड़ा (बांसवाड़ा) इन्हें तुरताई माता भी कहा जाता है पांचाल वंश की कुलदेवी है ज्वाला माता मुख्य मंदिर - जोबनेर (जयपुर) खंगारोतो (कछवाहा) की इष्ट देवी छींक माता मुख्य मंदिर - जयपुर माघ शुक्ल सप्तमी को मेला लगता है नकटी माता मुख्य मंदिर - जय भवानीपुरा (जयपुर) नाक टूटी हुई है 4 / 23 शिलादेवी का मंदिर निम्नलिखित में से किस किले में स्थित है ? (2 Nd GRADE 2017) अचलगढ़ कुम्भलगढ़ आमेर मेहरानगढ़ नागणेची माता मंडोर (जोधपुर), बीकानेर, नागाणा (बाड़मेर) बाण माता उदयपुर (मेवाड़ राजवंश की कुलदेवी) ★ धौलागढ़ देवी अलवर ★ भ्रमर माता छोटी सादड़ी (प्रतापगढ़) गुप्तकालीन बना हुआ बीजासन माता बूंदी शिला माता आमेर जयपुर कुशाल माता बदनोर भीलवाड़ा 5 / 23 केराय माता मंदिर का निर्माण किसने करवाया था ? (वोमेन सुपरवाइजर 2015) देव दत्त ने चच्च ने भीम ने शालीनवाहन ने नकटी माता मुख्य मंदिर - जय भवानीपुरा (जयपुर) नाक टूटी हुई है कैवाय माता किनसरिया (नागौर) निर्माण - चच्च ने दधिमती माता मुख्य मंदिर - गोठ, मांगलोद (नागौर ) दाधीच ब्राह्मणों की कुल देवी भंवाल माता मुख्य मंदिर - भंवाल मेड़ता (नागौर) इन्हें ढाई (2-½ ) प्याला शराब चढ़ाई जाती है मरकंडी माता मुख्य मन्दिर - निमाज (पाली) 6 / 23 राजस्थान में तीर्थयात्रा पर जाते समय पूजा की जाती है ? (जेल प्रहरी 2017) दुर्गा माता की देवरा माता की पथवारी देवी की सांझी की 7 / 23 राजस्थान की कोनसी प्रसिद्ध लोकदेवी जिसका संबंध चूहों से है ? (सुपरवाइजर वोमेन 2019) शीला माता करणी माता नागणेची माता शीतला माता करणी माता जन्म - सुआप (जोधपुर ) इनका जन्म चारण परिवार में हुआ था इनका बचपन का नाम - रिद्धि बाई था ग्वाला - दशरथ मेघवाल दत्तक पुत्र - लाखनजी अवतार - आवड़ माता का मन्दिर मठ कहलाता है मुख्य मंदिर - देशनोक (बीकानेर) इसे चूहों का मंदिर कहा जाता है चूहों को काबा कहा जाता है सफेद काबे के दर्शन शुभ माने जाते है करणी माता को दाढ़ी वाली डोकरी भी कहा जाता है करणी माता का प्रतीक - चील ■ नेहडीजी का मंदिर स्थान - देशनोक बीकानेर यहाँ करणी माता स्वयं रहती थी तथा तेमडेराय माताजी की पूजा करती थी नेहड़ी - बिलौने की लकड़ी 8 / 23 शीतला माता का मुख्य मंदिर कहा स्थित है ? (जूनियर इंस्ट्रक्टर 2019) आमेर चाकसू सांगानेर विराट नगर शीतला माता मुख्य मंदिर - चाकसू (जयपुर) निर्माण - माधोसिंह प्रथम द्वारा वाहन - गधा कुम्हार जाति के लोग पुजारी होते है इन्हें चेचक रक्षक देवी के रूप में पूजा जाता है बांझ महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए इनकी पूजा करती है एकमात्र देवी जिसकी खंडित मूर्ति की पूजा की जाती है आवरी माता मुख्य मंदिर - निकुंभ (चितौड़गढ़) यहाँ पर लकवाग्रस्त व्यक्ति का इलाज किया जाता है बड़ली माता मुख्य मंदिर - आकोला (चितौड़गढ़) यहाँ पर छोटे बच्चो का इलाज किया जाता है 9 / 23 गुप्तकालीन भ्रमर माता का मंदिर कहा पर स्थित है ? (एग्रीकल्चर ऑफिसर 2021) सोजत छोटी सादड़ी पेरवा एरिनपुरा नागणेची माता मंडोर (जोधपुर), बीकानेर, नागाणा (बाड़मेर) बाण माता उदयपुर (मेवाड़ राजवंश की कुलदेवी) ★ धौलागढ़ देवी अलवर ★ भ्रमर माता छोटी सादड़ी (प्रतापगढ़) गुप्तकालीन बना हुआ बीजासन माता बूंदी शिला माता आमेर जयपुर कुशाल माता बदनोर भीलवाड़ा 10 / 23 दधिमती माता का मंदिर कहा पर है ? (JEN 2022) कंसुआ कोटा ओसिया जोधपुर गोठ मांगलोद नागौर पिपलूद बाड़मेर दधिमती माता मुख्य मंदिर - गोठ, मांगलोद (नागौर ) दाधीच ब्राह्मणों की कुल देवी भंवाल माता मुख्य मंदिर - भंवाल मेड़ता (नागौर) इन्हें ढाई (2-½ ) प्याला शराब चढ़ाई जाती है मरकंडी माता मुख्य मन्दिर - निमाज (पाली) क्षेमकरी माता मुख्य मंदिर - भीनमाल जालौर 11 / 23 धौलागढ़ देवी का मंदिर किस जिले में स्थित है ? (JEN 2020) करौली भरतपुर बूंदी अलवर नागणेची माता मंडोर (जोधपुर), बीकानेर, नागाणा (बाड़मेर) बाण माता उदयपुर (मेवाड़ राजवंश की कुलदेवी) ★ धौलागढ़ देवी अलवर ★ भ्रमर माता छोटी सादड़ी (प्रतापगढ़) गुप्तकालीन बना हुआ बीजासन माता बूंदी शिला माता आमेर जयपुर कुशाल माता बदनोर भीलवाड़ा 12 / 23 लटियाल माता का मंदिर कहा स्थित है ? (JEN 2022) घाणेराव फलौदी जसोल हडवेचा लटियाल माता मुख्य मंदिर - फलौदी (जोधपुर) यह कल्ला ब्राह्मणो की कुलदेवी कंठेसरी माता यह आदिवासीयो की कुल देवी नागणेची माता जोधपुर के राठौड़ो की कुलदेवी प्राचीन मंदिर - नागाणा (बाड़मेर) अन्य मन्दिर - बीकानेर कुशाल माता बदनोर -भीलवाड़ा महाराणा कुम्भा द्वारा निर्मित है 13 / 23 अलवर क्षेत्र की लोकदेवी के रूप में किसे मान्यता प्राप्त है ? (ग्राम सेवक 2016) सुगाली माता सच्चियाय माता लटियाल माता जिलानी माता कैवाय माता किणसरिया (नागौर) दधिमती माता गोठ, मांगलोद (नागौर) भंवाल माता मेड़ता (नागौर) मरकंडी माता निमाज (पाली) क्षेमकरी माता भीनमाल (जालौर) हर्षद माता आभानेरी (दौसा) जिलाड़ी माता अलवर घेवर माता राजसमंद (इन्होंने राजसमंद झील की नींव लगाई) राजेश्वरी माता भरतपुर (भरतपुर के जाट राजवंश की कुलदेवी) लटियाल माता फलौदी (बीकानेर) कंठेसरी माता आदिवासियों की कुल देवी चौथ माता चौथ का बरवाडा (सवाई माधोपुर) कंजर जनजाति की देवी अधर देवी / अर्बुदा माता आबू (सिरोही) परमार वंश की कुल देवी छीन्छ माता बांसवाड़ा जेमुवाय माता जमवा रामगढ़ (जयपुर) 14 / 23 तनोट देवी का मंदिर किस जिले में है ? (फॉरेस्ट गार्ड 2013) सवाई माधोपुर जैसलमेर डूंगरपुर जालौर तन्नौट माता जी तन्नौट (जैसलमेर) स्वांगिया माता जी भादरिया (जैसलमेर) आई माता जी बिलाड़ा (जोधपुर) सच्चियाय माता जी ओसियां (जोधपुर) रानी सती झुंझुनूं नारायणी देवी राजगढ़ (अलवर) सुंधा माता जसवंतपूरा की पहाड़ियां (भीनमाल) चामुंडा माता मेहरानगढ़ (जोधपुर) शीतला माता चाकसू (जयपुर) आवरी माता निकुम्भ (चितौड़गढ़) बड़ली माता आकोला (चितौड़गढ़) 15 / 23 बाण- माता किस राजपरिवार की कुलदेवी है ? (डिप्टी कमान्डेंट 2020) मेवाड़ बीकानेर जोधपुर जयपुर नागणेची माता मंडोर (जोधपुर), बीकानेर, नागाणा (बाड़मेर) बाण माता उदयपुर (मेवाड़ राजवंश की कुलदेवी) ★ धौलागढ़ देवी अलवर ★ भ्रमर माता छोटी सादड़ी (प्रतापगढ़) गुप्तकालीन बना हुआ बीजासन माता बूंदी शिला माता आमेर जयपुर कुशाल माता बदनोर भीलवाड़ा 16 / 23 निम्नलिखित में से किस लोक देवी को थार की वैष्णो देवी कहा जाता है ? (टैक्स असिस्टेंट 2018) जिण माता चामुण्डा माता ज्वाला माता तनोट माता आशापुरा माता मुख्य मंदिर नाडौल (पाली) मोदरा (जालौर) ये चौहानो की कुलदेवी है तथा बिस्सा ब्राह्मणो की भी कुलदेवी है इनकी पूजा करने वाली महिलाएं पूजा करते समय हाथों में मेहंदी नही लगाती तथा पूजा करते समय घूंघट निकालती है तन्नौट माता मुख्य मंदिर - तन्नौट (जैसलमेर) BSF के जवान इनकी पूजा करते है इन्हें थार की वैष्णो देवी तथा रुमाल की देवी भी कहा जाता है NOTE राजस्थान की वैष्णो देवी - अर्बुदा देवी (सिरोही) स्वांगिया माता मुख्य मंदिर - भादरिया (जैसलमेर) जैसलमेर के भाटी राजवंश की कुल देवी है प्रतीक - सुगन चिड़ी आवड़ माता को भी इनका रूप माना जाता है इनका मुख्य मंदिर जैसलमेर में बना हुआ है भादरिया मे विश्व का सबसे बड़ा भूमिगत पुस्तकालय है 17 / 23 मेहरानगढ़ दुःखन्तिका के जांच आयोग के अध्यक्ष है ? (3र्ड ग्रेड 2010) जसराज चोपड़ा इन्द्र सेन इसरानी PK तिवाड़ी NN माथुर चामुंडा माता जोधपुर के मेहरानगढ़ किले में मुख्य मंदिर है यहाँ पर 30 सितंबर 2008 के दिन दुर्घटना हो गयी थी जिसकी जांच के लिए जसराज चोपड़ा आयोग बनाया गया था शीतला माता मुख्य मंदिर - चाकसू (जयपुर) निर्माण - माधोसिंह प्रथम द्वारा वाहन - गधा कुम्हार जाति के लोग पुजारी होते है इन्हें चेचक रक्षक देवी के रूप में पूजा जाता है बांझ महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए इनकी पूजा करती है एकमात्र देवी जिसकी खंडित मूर्ति की पूजा की जाती है आवरी माता मुख्य मंदिर - निकुंभ (चितौड़गढ़) यहाँ पर लकवाग्रस्त व्यक्ति का इलाज किया जाता है 18 / 23 त्रिपुरा सुंदरी देवी का मंदिर कहा स्थित है ? (फॉरेस्ट गार्ड 2013) बांसवाड़ा उदयपुर डूंगरपुर चितौड़गढ़ त्रिपुरा सुंदरी माता जी इनका मुख्य मंदिर - तलवाड़ा (बांसवाड़ा) इन्हें तुरताई माता भी कहा जाता है पांचाल वंश की कुलदेवी है ज्वाला माता मुख्य मंदिर - जोबनेर (जयपुर) खंगारोतो (कछवाहा) की इष्ट देवी छींक माता मुख्य मंदिर - जयपुर माघ शुक्ल सप्तमी को मेला लगता है नकटी माता मुख्य मंदिर - जय भवानीपुरा (जयपुर) नाक टूटी हुई है 19 / 23 राठौड़ राजवंश की कुलदेवी का नाम बताइये ? (JEN 2020) आशापाल माता शाकम्भरी माता नागणेची माता बीजासन माता लटियाल माता मुख्य मंदिर - फलौदी (जोधपुर) यह कल्ला ब्राह्मणो की कुलदेवी कंठेसरी माता यह आदिवासीयो की कुल देवी नागणेची माता जोधपुर के राठौड़ो की कुलदेवी प्राचीन मंदिर - नागाणा (बाड़मेर) अन्य मन्दिर - बीकानेर कुशाल माता बदनोर -भीलवाड़ा महाराणा कुम्भा द्वारा निर्मित है 20 / 23 निम्नलिखित में से कोनसा युग्म गलत है ? (JEN 2020) कैला देवी - करौली करणी माता - देशनोक जीण माता - जमवा रामगढ़ रानी सती - झुंझुनूं लोक देवियां मन्दिर का स्थान करणी माता जी देशनोक (बीकानेर) जीण माता जी रैवासा (सीकर) कैला माता जी करौली (त्रिकुट पहाड़ी) सकराय माता जी उदयपुरवाटी झुंझुनूं आशापुरा माता जी नाडौल (पाली), मोदरा (जालौर) तन्नौट माता जी तन्नौट (जैसलमेर) स्वांगिया माता जी भादरिया (जैसलमेर) आई माता जी बिलाड़ा (जोधपुर) 21 / 23 निम्नलिखित में से सुमेलित है ? (सुप्रिडेंट गार्डन 2021) आई माता - बिलाड़ा नारायणी माता - सीकर कैवाय माता - जोधपुर चौथ माता - टोंक आई माता जी बिलाड़ा (जोधपुर) सच्चियाय माता जी ओसियां (जोधपुर) रानी सती झुंझुनूं नारायणी देवी राजगढ़ (अलवर) सुंधा माता जसवंतपूरा की पहाड़ियां (भीनमाल) चामुंडा माता मेहरानगढ़ (जोधपुर) शीतला माता चाकसू (जयपुर) 22 / 23 निम्नलिखित में से युग्मो मे से कोनसा (लोकदेवी - प्रमुख मंदिर) असंगत युग्म है ? (JEN 2022) ब्राह्मणी माता - सोरसन (बारां) नारायणी माता - राजगढ़ (अलवर) आवरी माता - असावरा (चितौड़गढ़) जिलानी माता - जासोल (बाड़मेर मरकंडी माता निमाज (पाली) क्षेमकरी माता भीनमाल (जालौर) हर्षद माता आभानेरी (दौसा) जिलाड़ी माता अलवर घेवर माता राजसमंद (इन्होंने राजसमंद झील की नींव लगाई) राजेश्वरी माता भरतपुर (भरतपुर के जाट राजवंश की कुलदेवी) लटियाल माता फलौदी (बीकानेर) कंठेसरी माता आदिवासियों की कुल देवी चौथ माता चौथ का बरवाडा (सवाई माधोपुर) कंजर जनजाति की देवी 23 / 23 निम्नलिखित में से कोनसा समुदाय अपने मन्दिरो के लिए बडेर पद का प्रयोग करता है ? (AAO 2022) अहीर बंजारा सिरवी देवासी आई माता जी मुख्य मंदिर - बिलाड़ा (जोधपुर) बचपन का नाम - जीजी बाई सीरवी समाज की कुलदेवी है इनके मुख्य मंदिर को बडेर एव अन्य मन्दिर को दरगाह कहते है इनके मुख्य मंदिर के दीपक की ज्योति से केसर टपकती है दीपक की ज्योति से दीवार काली नही होती है आई माता रामदेव जी की शिष्या थी अतः इंहोने भी छुआछूत दूर करने तथा हिन्दू मुस्लिम एकता स्थापित करने के प्रयास किये थे सच्चियाय माता मुख्य मंदिर - ओसियां (जोधपुर) ओसवाल समाज (बनिया) की कुलदेवी इस मंदिर का निर्माण गुर्जर प्रतिहार ने महामारू शैली में करवाया था Your score is The average score is 71% 0% Restart quiz Share this… Telegram Whatsapp Share This Article Facebook Twitter Copy Link Print 2 Comments I am is natharam barmer Reply tnq Reply Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ
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