मिश्र जी की छतरी - नेहड़ा (अलवर)
- इन पर दशावतारों (भगवान के 10 अवतार) का चित्रण मिलता है
गंगा बाई की छतरी - गंगापुर सिटी (भीलवाड़ा)
- यह महादजी सिंधिया की पत्नी गंगा बाई थी
चौरासी खम्भो की छतरी - बूंदी
- देवपुरा गांव के निकट बूंदी मे स्थित है
- इसका निर्माण - 1683 में राव राजा अनिरुद्ध द्वारा धाबाई देवा की याद में करवाया गया
- यह 3 मंझिला स्थित है