Blogपशु परिचर MCQ भेड़ की नस्ले MCQ Last updated: 2024/04/01 at 11:29 AM rajexaminfo.com Share 0 Min Read SHARE भेड़ की नस्ले MCQ 1 / 17 केंद्रीय भेड़ एव ऊन अनुसंधान केंद्र कहा स्थित है मखदूम जोहड़ बिठ अविकानगर रामसर विश्व मे भेड़ की सबसे बड़ी नस्ल - लिंकन भारत मे भेड़ की सबसे ऊंची नस्ल - नेल्लोर भेड़ की सबसे छोटी नस्ल - मांड्या भेड़ की सबसे लम्बी नस्ल कोनसी - लोही भेड़ की शुद्ध अंग्रेजी नस्ल - लिनचेस्टर भेड़ की क्लोन द्वारा तैयार भेड़ - डोली भेड़ [ डॉ ईयोन विलमुट द्वारा तैयार ] ★केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान - अविकानगर ( टोंक ) एशिया की सबसे बड़ी उन मंडी - बीकानेर केंद्रीय ऊन विश्लेषण प्रयोगशाला - बीकानेर ★ भारतीय ऊन विकास बोर्ड - जोधपुर (1987) ★ भेड़ एवं ऊन प्रशिक्षण संस्थान - जयपुर भेड़ प्रजनन केंद्र - फतेहपुर सीकर (1973) विदेशी ऊन आयात निर्यात केंद्र - कोटा 2 / 17 रामपुर बुशायर किसकी एक नस्ल है ? (AAO 2010) गाय भेंस भेड़ बकरी भेड़ प्रजनन केंद्र - फतेहपुर सीकर (1973) विदेशी ऊन आयात निर्यात केंद्र - कोटा ★ NOTE - भेड़ की मुजफ्फरनगरी नस्ल उत्तरप्रदेश ओर उत्तराखंड में पाई जाती है ★ NOTE - रामपुर बुशायर - एक भेड़ की नस्ल है भेड़ झुंड में नर एवं मादा अनुपात 2 वर्ष की आयु - 1:30 3 वर्ष की आयु - 1:40 4 वर्ष की आयु - 1:50 भारत मे सर्वाधिक भेड़े - तेलंगाना भारत मे राजस्थान का स्थान = 4th सर्वाधिक उन उत्पादन - राजस्थान से होता है राजस्थान को भेड़ो का घर कहा जाता है NBGAR- करनाल के अनुसार भारत मे भेड़ की 44 नस्ले है जिनमे राजस्थान में 8 नस्ले पाई जाती है 3 / 17 मुजफ्फरनगरी एक नस्ल है ? (JEN 2020 भैंस भेड़ बकरी ऊंट ★केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान - अविकानगर ( टोंक ) एशिया की सबसे बड़ी उन मंडी - बीकानेर केंद्रीय ऊन विश्लेषण प्रयोगशाला - बीकानेर ★ भारतीय ऊन विकास बोर्ड - जोधपुर (1987) ★ भेड़ एवं ऊन प्रशिक्षण संस्थान - जयपुर भेड़ प्रजनन केंद्र - फतेहपुर सीकर (1973) विदेशी ऊन आयात निर्यात केंद्र - कोटा ★ NOTE - भेड़ की मुजफ्फरनगरी नस्ल उत्तरप्रदेश ओर उत्तराखंड में पाई जाती है ★ NOTE - रामपुर बुशायर - एक भेड़ की नस्ल है 4 / 17 किस पशु के दूध में सर्वाधिक वसा पाई जाती है ? (कृषि पर्यवेक्षक 2013) गाय भैंस भेड़ बकरी ★ NOTE - भेड़ो की प्रमुख नस्ले - मुजफ्फरनगरी, रामपुर बुशायर, पूंगल, जैसलमेरी, चोकला, मारवाड़ी, सोनाड़ी, नाली, मगरा, गद्दी पशु वसा का प्रतिशत भेड़ ★ 7.90 % भेंस 7.38 % बकरी 4.25% गाय 3.82% 5 / 17 राजस्थान की कोनसी भेड़ की नस्ल के मादा एव नर दोनो ही सींग रहित होते है ? (JEN 2020 नाली मारवाड़ी सोनाड़ी मालपुरी भेड़ की नस्ल - मारवाड़ी नस्ल उत्पति स्थान - ★ मारवाड़ क्षेत्र विशेषताएं - चेहरा - काला रंग का कान - छोटे एवं अंदर की ओर मुड़े हुए ★ नर एवं मादा दोनों ही सींग रहित होते सबसे अधिक गर्मी एवं ठण्ड सहनशील नस्ल है फुर्तीली एवं लम्बी दूरी तय करने वाली नस्ल है राजस्थान में सर्वाधिक संख्या में पाई जाती है सबसे स्वस्थ भेड़ की नस्ल है यूरोप में इस नस्ल की ऊन को जोरिया कहा जाता है उपयोगिता - प्रतिवर्ष 1.5 से 2.3 kg ऊन प्राप्त होती है रोग प्रतिरोधक नस्ल है रेवड़ में वार्षिक जीवित दर 90 % से अधिक है 6 / 17 राजस्थान की सर्वश्रेष्ठ नस्ल की ख्याति किस भेड़ की नस्ल को प्राप्त है ? (RAS 2007) चोकला मगरा नाली सोनाड़ी भेड़ की नस्ल - चौकला अन्य नाम शेखावाटी नस्ल छापर ★ भारतीय मैरिनो उत्पत्ति स्थान - शेखावाटी क्षेत्र विशेषताएं - मुँह - गहरे भूरे रंग का नर एवं मादा सींग रहित होते है ★नाक - रोमन होता है पशु वर्गाकार दिखाई देते या हरिण के समान दिखाई देते है वर्ष में 02 बार ब्याति है उपयोगिता प्रतिवर्ष 1.5 से 2.5 kg ऊन प्राप्त होती है ★ ऊन उत्तम श्रेणी की होती है जिससे जर्सी या कालीन या गिलाचा (फाइन कारपेट) बनाई जाती है मेमने मरने की दर अधिक होती है ★ यह नस्ल राजस्थान की सर्वश्रेष्ठ नस्ल है NOTE - चौकला भेड़ प्रजनन एवं अनुसंधान केंद्र - कोडमदेसर ( बीकानेर ) भेड़ की नस्ल - जैसलमेरी अन्य नाम - डेजर्ट ब्रीड ( रेगिस्तानी नस्ल) उत्पत्ति स्थान - जैसलमेर क्षेत्र विशेषताएं- कान- लंबे एवं खम्भेदार लटके हुए सिर - बड़ा नाक - रोमन सींग रहित नस्ल पूर्णतया रेगिस्तानी नस्ल ★ विपरीत परिस्थितियों में सहनशील नस्ल ( 3 से 4 दिन बिना पानी के रह सकति ) उपयोगिता- प्रतिवर्ष 1.8 से 3.2 kg ऊन प्राप्त होती ★ राजस्थान में सर्वाधिक ऊन उत्पादन वाली नस्ल मांस भी इससे अधिक प्राप्त होता संकरण के लिये उपयुक्त नस्ल [ इस नस्ल के पशु संकरण के लिये जापान भेजे गए ] 7 / 17 राजस्थान में सर्वाधिक ऊन उत्पादन वाली भेड़ की कोनसी नस्ल है ? (एग्रीकल्चर सुपरवाइजर 2007) नाली जैसलमेरी कराकुल सोनाड़ी भेड़ की नस्ल - जैसलमेरी अन्य नाम - डेजर्ट ब्रीड ( रेगिस्तानी नस्ल) उत्पत्ति स्थान - जैसलमेर क्षेत्र विशेषताएं- कान- लंबे एवं खम्भेदार लटके हुए सिर - बड़ा नाक - रोमन सींग रहित नस्ल पूर्णतया रेगिस्तानी नस्ल ★ विपरीत परिस्थितियों में सहनशील नस्ल ( 3 से 4 दिन बिना पानी के रह सकति ) उपयोगिता- प्रतिवर्ष 1.8 से 3.2 kg ऊन प्राप्त होती ★ राजस्थान में सर्वाधिक ऊन उत्पादन वाली नस्ल मांस भी इससे अधिक प्राप्त होता संकरण के लिये उपयुक्त नस्ल [ इस नस्ल के पशु संकरण के लिये जापान भेजे गए ] भेड़ की नस्ल - मालपुरा उत्पति स्थान - मालपुरा टोंक विशेषताएं कान - छोटे एवं अंदर की ओर मुड़े हुए नर एवं मादा सींग रहित होते है ★ मांस के लिये सबसे उपयुक्त उपयोगिता- प्रतिवर्ष 1 से 1.6 kg ऊन प्राप्त होती ऊन मोटी एव निम्न एवं निम्न श्रेणी की होती है इसलिए इस ऊन से नमदे एवं गलीचे बनाये जाते है 8 / 17 भेड़ की कोनसी नस्ल मांस हेतु सबसे उपयुक्त है ? (कृषि पर्यवेक्षक ) मालपुरी नाली सोनाड़ी मगरा भेड़ की नस्ल - मालपुरा उत्पति स्थान - मालपुरा टोंक विशेषताएं कान - छोटे एवं अंदर की ओर मुड़े हुए नर एवं मादा सींग रहित होते है ★ मांस के लिये सबसे उपयुक्त उपयोगिता- प्रतिवर्ष 1 से 1.6 kg ऊन प्राप्त होती ऊन मोटी एव निम्न एवं निम्न श्रेणी की होती है इसलिए इस ऊन से नमदे एवं गलीचे बनाये जाते है भेड़ की नस्ल - सोनाड़ी उत्पाति स्थान - ★ मेवाड़ क्षेत्र विशेषताएं - राजस्थान की सबसे भारी नस्ल इस नस्ल के कान चरते समय जमीन को छूते है इसलिए इसे चरणोथर कहा जाता है यह भेड़ की त्रिकाजी नस्ल है -दूध उत्पादन - मांस उत्पादन - ऊन उत्पादन उपयोगिता- दूध उत्पादन 1 से 1.5 kg प्रतिदिन ऊन उत्पादन 1.5 से 2 kg प्रतिवर्ष राजस्थान में सर्वाधिक मांस इस भेड़ की नस्ल से होता है 9 / 17 भेड़ की सोनाडी नस्ल राजस्थान के किस क्षेत्र में पाई जाती है ? (REET 2012) मारवाड़ मेवात हाडौती मेवाड़ी भेड़ की नस्ल - मालपुरा उत्पति स्थान - मालपुरा टोंक विशेषताएं कान - छोटे एवं अंदर की ओर मुड़े हुए नर एवं मादा सींग रहित होते है ★ मांस के लिये सबसे उपयुक्त उपयोगिता- प्रतिवर्ष 1 से 1.6 kg ऊन प्राप्त होती ऊन मोटी एव निम्न एवं निम्न श्रेणी की होती है इसलिए इस ऊन से नमदे एवं गलीचे बनाये जाते है भेड़ की नस्ल - सोनाड़ी उत्पाति स्थान - ★ मेवाड़ क्षेत्र विशेषताएं - राजस्थान की सबसे भारी नस्ल इस नस्ल के कान चरते समय जमीन को छूते है इसलिए इसे चरणोथर कहा जाता है यह भेड़ की त्रिकाजी नस्ल है -दूध उत्पादन - मांस उत्पादन - ऊन उत्पादन उपयोगिता- दूध उत्पादन 1 से 1.5 kg प्रतिदिन ऊन उत्पादन 1.5 से 2 kg प्रतिवर्ष राजस्थान में सर्वाधिक मांस इस भेड़ की नस्ल से होता है 10 / 17 भेड़ की किस नस्ल को चकरी के नाम से जाना जाता है ? (JET 2013) मगरा पुंगल चोकला नाली भेड़ की नस्ल - मगरा उत्पत्ति स्थान - बीकानेर, नागौर अन्य नाम - ★ बीकानेरी चौकला, चकरी विशेषताएं - कान छोटे एवं मुड़े हुए होते नर एवं मादा सींग रहित होते आंखों के चारो ओर भूरे रंग का घेरा पाया जाता है उपयोगिता- प्रतिवर्ष 2kg ऊन उत्पादन लंबी दूरी तय करने में सक्षम भेड़ की नस्ल - नाली उत्पत्ति स्थान - बीकानेर का उत्तरी पूर्वी भाग [ ★ हनुमान- गंगानगर ] अन्य नाम विशेषताएं - कान लबे एवं पत्ती की तरह मुड़े हुए चेहरे भूरे रंग के धब्बे पाए जाते उपयोगिता- प्रतिवर्ष 1.5 से 3 kg ऊन उत्पादन 11 / 17 भेड़ की गद्दी नस्ल को अन्य किस नाम से जाना जाता है ? (कृषि पर्यवेक्षक 2018) नाली भदरवाह मालपुरा चोकला भेड़ की नस्ल - गद्दी उत्पत्ति स्थान - भदवाह क्षेत्र ( जम्मू कश्मीर ) अन्य नाम - ★ भदरवाह विशेषताएं - मादा सींग रहित होते जबकि नर में सींग पाये जाते है सबसे चुस्त नस्ल है ( active ) उपयोगिता- प्रतिवर्ष 1 से 1.5 kg ऊन उत्पादन रेशा 10 से 13 cm चोड़ा होता ऊन से कपड़े बनाये जाते भेड़ की नस्ल - काठियावाडी उत्पति स्थान - काठियावाड़ क्षेत्र ( G j ) विशेषताएं - चहरे के बीचों बीच सफेद धारियां पाई जाती है कान- नालीदार होते गले के निचले भाग में मंसा पाया जाता है पूंछ - छोटी एवं नुकीली होती उपयोगिता- प्रतिवर्ष 0.5 से 1.5 kg ऊन उत्पादन 12 / 17 भेड़ की खेरी नस्ल किस क्षेत्र में पाई जाती है ? ( JEN 2022) जोधपुर, नागौर अलवर, भरतपुर उदयपुर, डूंगरपुर कोटा, बारां भेड़ की नस्ल - लोही भेड़ की सबसे लंबी नस्ल भेड़ की नस्ल - हसन कर्नाटक भेड़ की डेकानी नस्ल महाराष्ट्र एवं कर्नाटक भेड़ की नस्ल - खेरी ★ यह जोधपुर, नागौर के क्षेत्रों में पाई जाती है यह मुख्य रूप से सफेद ऊन के लिए जानी जाती 13 / 17 भेड़ की नस्ल की विशेषता मुँह काला होता है ? ( एग्रीकल्चर सुपरवाइजर 2020) मगरा सोनाड़ी बागड़ी नाली भेड़ की नस्ल - खेरी ★ यह जोधपुर, नागौर के क्षेत्रों में पाई जाती है यह मुख्य रूप से सफेद ऊन के लिए जानी जाती भेड़ की नस्ल - बागड़ी यह अलवर, खेरथल तिजारा क्षेत्र में पाई जाती है ★ इसकी विशेषता - काली मुँह की भेड़ें होती 14 / 17 भेड़ की नस्ल अविवस्त्र किसका संकरण है ? (एग्रीकल्चर सुपरवाइज़र 2023) रैम्बुइलेट × मालपुरा रैम्बुइलेट × चोकला मैरिनो × मारवाडी मैरिनो × कराकुल भेड़ की नस्ल - अविवस्त्र उत्पति स्थान - CSWRI अविकानगर टोंक द्वारा विकसित की गई क्रॉस = ★ रोमब्युलेट नस्ल के मेरिनो (नर) × चौकला (मादा) विशेषताएं- सिंग सर्पिलाकार होते मेमने पैदा होने की दर - 93.21% उपयोगिता- प्रतिवर्ष 2 से 4 kg ऊन प्राप्त 6 माह का बच्चा - 12 kg 12 माह का बच्चा - 23 kg इसकी ऊन से केपड़े बनाये जाते भेड़ की नस्ल - अविकालीन उत्पत्ति स्थान - CSWRI अविकानगर टोंक द्वारा विकसित क्रॉस ★- मेरिनो(नर) × मालपुरा( मादा) विशेषताएं- टपिंग प्रतिशत - 97.95% मेमना पैदा होने की दर - 87.21% मुँह पतला एवं कान छोटे होते उपयोगिता- उत्तम किस्म की ऊन प्राप्त होती है इससे उत्तम किस्म कि कालीनें बनाई जाती है 15 / 17 भेड़ की नस्ल हिसार डेल किसका संकरण है (RAS 2007) रेम्बुइलेट × मालपुरी रैम्बुइलेट × चोकला मैरिनो × कराकुल मैरिनो × बीकानेरी भेड़ की नस्ल - अविकालीन उत्पत्ति स्थान - CSWRI अविकानगर टोंक द्वारा विकसित क्रॉस ★- मेरिनो(नर) × मालपुरा( मादा) विशेषताएं- टपिंग प्रतिशत - 97.95% मेमना पैदा होने की दर - 87.21% मुँह पतला एवं कान छोटे होते उपयोगिता- उत्तम किस्म की ऊन प्राप्त होती है इससे उत्तम किस्म कि कालीनें बनाई जाती है भेड़ की नस्ल- हिसार डेल उत्पति सथान - हिसार क्रॉस - ◆ मेरिनो (नर) × बीकानेरी (मादा) विशेषताएं- शरीर मजबूत होता मांस के लिये उपयुक्त इसके ऊन का रेशा लम्बा होता भारतीय नस्लो में सबसे ज्यादा ऊन देने वाली नस्ल है ( 5 से 6 kg प्रतिवर्ष ) 16 / 17 मैरिनो नस्ल का उत्पत्ति स्थान कोनसा है ? (कृषि पर्यवेक्षक 2009) न्यूजीलैण्ड भारत मध्य एशिया स्पेन भेड़ की नस्ल - मेरिनो उत्पति स्थान -★ स्पेन ( फ्रांस ) विशेषताएं- सिर - मध्यम आकार का ऊन से ढका रहता है गर्दन एवं कंधे की त्वचा पर सलवटे एवं झुर्रियां दिखाई देती है मादा - सींग रहित होते है जबकि नर में घुमावदार पेंचनुमा सींग पाये जाते विपरीत कृषि जलवायु परिस्थितियों में जीवन यापन होता ★ विश्व मे सबसे महीन ऊन वाली नस्ल उपयोगिता- ★ विश्व मे सर्वाधिक ऊन प्राप्त होती (80 % ) विश्व की सबसे भारी नस्ल है संकरण हेतु उपयुक्त है ★ विश्व की सबसे लोकप्रिय नस्ल NOTE - नर का वजन - 90 KG नर से ऊन प्राप्त - 5 से 6 KG NOTE - मादा का वजन - 70 KG मादा से ऊन प्राप्त - 4 से 5 KG प्रतिवर्ष भेड़ की नस्ल - कराकुल उत्पति स्थान - मध्य एशिया विशेषताएं - ★ पेल्ट उत्पादन के लिये उपयुक्त नस्ल [पेल्ट -छोटे मेमनों को मारकर उनसे घुंघराली ऊन वाली खाल प्राप्त की जाती है ] मादा सींग रहित होती जबकि नर में सींग होते ऊन उत्पादन में द्वितीय स्थान उपयोगिता- 4 से 5 kg ऊन प्रतिवर्ष प्राप्त होती ऊन से महंगे वस्त्र बनाये जाते मांस के लिये भी उपयुक्त 17 / 17 पेल्ट उत्पादन के लिए कोनसी भेड़ की नस्ल सबसे उपयुक्त है ? (JET 2020) चोकला मैरिनो रेम्बुइलेट कराकुल भेड़ की नस्ल - कराकुल उत्पति स्थान - मध्य एशिया विशेषताएं - ★ पेल्ट उत्पादन के लिये उपयुक्त नस्ल [पेल्ट -छोटे मेमनों को मारकर उनसे घुंघराली ऊन वाली खाल प्राप्त की जाती है ] मादा सींग रहित होती जबकि नर में सींग होते ऊन उत्पादन में द्वितीय स्थान उपयोगिता- 4 से 5 kg ऊन प्रतिवर्ष प्राप्त होती ऊन से महंगे वस्त्र बनाये जाते मांस के लिये भी उपयुक्त भेड़ की नस्ल - कोरोडेल नस्ल उत्पति स्थान - न्यूजीलैंड, भारत मे जम्मु-कश्मीर विशेषताएं - क्रॉस से तैयार विश्व की पहली नस्ल सींग रहित नस्ल एव खुर काले होते इस नस्ल में जुड़वे मेमना पैदा होते भेड़ की नस्ल - रेम्बुलेट उत्पति स्थान - सपेन ( फ्रांस ) इस नस्ल के खुर गुलाबी रंग के होते है यह द्विप्रयोजनी नस्ल है Your score is The average score is 41% 0% Restart quiz Share this… Telegram Whatsapp Share This Article Facebook Twitter Copy Link Print Leave a comment Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. 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