भारत भूगोल MCQ भारत के वन एवं वनस्पति MCQ / TEST Last updated: 2024/07/28 at 9:04 AM rajexaminfo.com Share 0 Min Read SHARE भारत के वन एवं वनस्पति MCQ 1 / 12 ज्वारीय वन पाये जाते है (2ND GRADE 2022) सतपुड़ा पर्वत में हिमालय पर्वत में डेल्टा क्षेत्र में उतरी पठार में . डेल्टाई वन - ये वन नदी डेल्टाओं में पाए जाते है इसके अंतर्गत सबसे प्रमुख सुंदर वन डेल्टा के वनों को शामिल किया जाता है इसके अलावा ये प्रायद्वीपीय नदी डेल्टाओं में पाए जाते है यहाँ सबसे प्रमुख वनस्पति मैंग्रोव वनस्पति तथा सुंदरी वृक्ष पाये जाते है 2 / 12 ‘सुंदरी’ एक महत्वपूर्ण प्रजाति है (2ND GRADE 2022) ऊंचे पर्वतीय वनों की उष्णकटिबंधीय पतझड़ वनों की उष्णकटिबंधीय कंटीले वनों की मैंग्रोव वनों की . डेल्टाई वन - ये वन नदी डेल्टाओं में पाए जाते है इसके अंतर्गत सबसे प्रमुख सुंदर वन डेल्टा के वनों को शामिल किया जाता है इसके अलावा ये प्रायद्वीपीय नदी डेल्टाओं में पाए जाते है यहाँ सबसे प्रमुख वनस्पति मैंग्रोव वनस्पति तथा सुंदरी वृक्ष पाये जाते है 3 / 12 पूर्वी तथा मध्य हिमालय की तलहट्टी से 1500 मीटर की ऊंचाई तक किस प्रकार का वन पाया जाता है ? (2ND GRADE 2022) उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन उष्णकटिबंधीय सदाबहार पर्वतीय वर्षा वन शीतोष्ण वन एल्पाइन वन पर्वतीय वन - इन वनों को निम्न 02 भागो में विभाजित किया गया है उतर पर्वतीय वन - इसके अंतर्गत हिमालय के वनों को शामिल किया गया है परंतु हिमालय का क्षेत्र अधिक होने के कारण इन्हें पुनः 02 भागो में विभाजित किया जाता है पूर्वी हिमालय के वन - चित्र ICE LINE / हिम रेखा - वह क्षेत्र जो पूर्णत बर्फ से ढका होता है एवं वनस्पति विहीन होता है उसका आरम्भ जिस रेखा से होता है वह हिमरेखा कहलाती है शंकुधारी वन - पूर्वी हिमालय के संदर्भ में 2700 मीटर से 3660 मीटर की ऊंचाई पर पाए जाने वाले वन जो शंकु की आकृति के रूप में होते है शंकुधारी वन कहलाते है जिनमे देवदार, स्फर्स, चीड़ आदि पश्चिमी हिमालय के वन - पूर्वी हिमालय की तुलना में पश्चिमी हिमालय में वनस्पति का आवरण कम है यहां 1520 मीटर की ऊंचाई तक उपोष्ण कटिबंधीय वन, 1520 से 3600 मीटर की ऊंचाई तक शीत कटिबंधीय वन, 3600 से 4500 मीटर की ऊंचाई तक अल्पाइन वन पाया जाता है तथा उसके बाद वनस्पति विहीन क्षेत्र प्रारंभ हो जाता है यहां देवदार, वालन, चिनार आदि वनस्पति पाई जाती है दक्षिणी पर्वतीय वन - इन वनों के अंतर्गत प्रायद्वीपीय भारत के पर्वतों पर पाए जाने वाले वनों को शामिल किया जाता है जिसमे पश्चिमी घाट, विंध्याचल, नीलगिरी, पालनी की पहाड़ियां आदि को शामिल किया जाता है ये सभी पहाड़िया उष्ण कटिबंध में स्थित है तथा औसत रूप से 1200 से 1500 मीटर की ऊंचाई में स्थित है इन पहाड़ियों के ऊपरी भागों में पाए जाने वाले वनों को शीतोष्ण कटिबंध वन तथा निचले भागो में पाए जाने वाले वनों को उपोष्ण कटिबंध वन कहा जाता है शालोस वन - दक्षिणी पर्वतीय वनों के अंतर्गत नीलगिरी, अन्नामलाई तथा पालनी की पहाड़ियां पर पाए जाने वाले वनों को शालोस वन कहा जाता है 4 / 12 समुद्र तल से 500 से 1370 मीटर की ऊंचाई वाले पश्चिमी घाट के पश्चिमी भाग पर पाये जाते है ? (2ND GRADE 2022) उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन पर्वतीय आर्द्र शीतोष्ण वन उपोषण शुष्क सदाबहार वन उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वन दक्षिणी पर्वतीय वन - इन वनों के अंतर्गत प्रायद्वीपीय भारत के पर्वतों पर पाए जाने वाले वनों को शामिल किया जाता है जिसमे पश्चिमी घाट, विंध्याचल, नीलगिरी, पालनी की पहाड़ियां आदि को शामिल किया जाता है ये सभी पहाड़िया उष्ण कटिबंध में स्थित है तथा औसत रूप से 1200 से 1500 मीटर की ऊंचाई में स्थित है इन पहाड़ियों के ऊपरी भागों में पाए जाने वाले वनों को शीतोष्ण कटिबंध वन तथा निचले भागो में पाए जाने वाले वनों को उपोष्ण कटिबंध वन कहा जाता है उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन - तापमान - उच्च वर्षा - 200 cm से अधिक क्षेत्र - पश्चिमी घाट के पश्चिमी भाग, पूर्वी हिमालय तथा अंडमान निकोबार द्वीप समूह वनस्पति - एनी, एबनी, बॉस, ताड, महोगनी आदि उपयोग - इनका आर्थिक महत्व तो नही है परंतु पारिस्थितिकी दृष्टि से सर्वाधिक महत्व के है 5 / 12 भारत मे उष्णकटिबंधीय शुष्क सदाबहार वन पाये जाते है ? (2ND GRADE 2022) केरल तट के सहारे तमिलनाडु तट के सहारे गुजरात तट के सहारे ओडिशा तट के सहारे उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन - तापमान - उच्च वर्षा - 200 cm से अधिक क्षेत्र - पश्चिमी घाट के पश्चिमी भाग, पूर्वी हिमालय तथा अंडमान निकोबार द्वीप समूह वनस्पति - एनी, एबनी, बॉस, ताड, महोगनी आदि उपयोग - इनका आर्थिक महत्व तो नही है परंतु पारिस्थितिकी दृष्टि से सर्वाधिक महत्व के है वन प्राकृतिक वनस्पति वन कहलाती है अर्थात ऐसी वनस्पति जिसे उगाने में किसी प्रकार का मानवीय योगदान नही होता है वह वन कहलाते है 6 / 12 पश्चिमी घाट के पश्चिमी ढालो पर किस प्रकार के वन पाये जाते है ? (CET 12th - 2023) अल्पाइन सवाना उष्णकटिबंधीय सदाबहार मानसूनी उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन - तापमान - उच्च वर्षा - 200 cm से अधिक क्षेत्र - पश्चिमी घाट के पश्चिमी भाग, पूर्वी हिमालय तथा अंडमान निकोबार द्वीप समूह वनस्पति - एनी, एबनी, बॉस, ताड, महोगनी आदि उपयोग - इनका आर्थिक महत्व तो नही है परंतु पारिस्थितिकी दृष्टि से सर्वाधिक महत्व के है वनो के प्रकार - प्रशासनिक आधार पर इस आधार पर वनों को निम्नलिखित तीन भागों में विभाजित किया जाता है आरक्षित वन / Reserved Forest नियंत्रण - पूर्णतया सरकार मानवीय गतिविधि - अनुमति नही कुल वनों का - 53% शामिल - राष्ट्रीय उद्यान, जैव मण्डल आरक्षित क्षेत्र, टाइगर रिजर्व आदि सुरक्षित वन / Protected Forest नियंत्रण - सरकार मानवीय गतिविधि - अनुमति होती है कुल वनों का - 29% अवर्गीकृत वन छितरे वनों की श्रेणी में शामिल कुल वनों का - 18% 7 / 12 सुंदरी ओर मैंग्रोव वृक्ष पाये जाते है ? (CET 12th - 2023) अर्द्ध शुष्क वनों में ज्वारीय वनों में उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वनों में मानसूनी वनों में मैंग्रोव वनस्पति - 17 वी रिपोर्ट के अनुसार भारत मे कुल मैंग्रोव वनस्पति 4992 वर्ग किमी है सर्वाधिक मैंग्रोव वनस्पति वाले राज्य - पश्चिम बंगाल गुजरात अंडमान व निकोबार द्वीप समूह आंध्रप्रदेश 16 वी रिपोर्ट की तुलना में 17वी रिपोर्ट में कुल मैंग्रोव वनस्पति आवरण में 17 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है जो सर्वाधिक - उड़ीसा महाराष्ट्र कर्नाटक डेल्टाई वन - ये वन नदी डेल्टाओं में पाए जाते है इसके अंतर्गत सबसे प्रमुख सुंदर वन डेल्टा के वनों को शामिल किया जाता है इसके अलावा ये प्रायद्वीपीय नदी डेल्टाओं में पाए जाते है यहाँ सबसे प्रमुख वनस्पति मैंग्रोव वनस्पति तथा सुंदरी वृक्ष पाये जाते है 8 / 12 भारत मे शंकुधारी वृक्ष ……. में पाए जाते है ?(CET 12th - 2023) मैंग्रोव वन उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन उष्णकटिबंधीय कंटीले वन पर्वतीय वन पर्वतीय वन - इन वनों को निम्न 02 भागो में विभाजित किया गया है उतर पर्वतीय वन - इसके अंतर्गत हिमालय के वनों को शामिल किया गया है परंतु हिमालय का क्षेत्र अधिक होने के कारण इन्हें पुनः 02 भागो में विभाजित किया जाता है पूर्वी हिमालय के वन - चित्र ICE LINE / हिम रेखा - वह क्षेत्र जो पूर्णत बर्फ से ढका होता है एवं वनस्पति विहीन होता है उसका आरम्भ जिस रेखा से होता है वह हिमरेखा कहलाती है शंकुधारी वन - पूर्वी हिमालय के संदर्भ में 2700 मीटर से 3660 मीटर की ऊंचाई पर पाए जाने वाले वन जो शंकु की आकृति के रूप में होते है शंकुधारी वन कहलाते है जिनमे देवदार, स्फर्स, चीड़ आदि पश्चिमी हिमालय के वन - पूर्वी हिमालय की तुलना में पश्चिमी हिमालय में वनस्पति का आवरण कम है यहां 1520 मीटर की ऊंचाई तक उपोष्ण कटिबंधीय वन, 1520 से 3600 मीटर की ऊंचाई तक शीत कटिबंधीय वन, 3600 से 4500 मीटर की ऊंचाई तक अल्पाइन वन पाया जाता है तथा उसके बाद वनस्पति विहीन क्षेत्र प्रारंभ हो जाता है यहां देवदार, वालन, चिनार आदि वनस्पति पाई जाती है दक्षिणी पर्वतीय वन - इन वनों के अंतर्गत प्रायद्वीपीय भारत के पर्वतों पर पाए जाने वाले वनों को शामिल किया जाता है जिसमे पश्चिमी घाट, विंध्याचल, नीलगिरी, पालनी की पहाड़ियां आदि को शामिल किया जाता है ये सभी पहाड़िया उष्ण कटिबंध में स्थित है तथा औसत रूप से 1200 से 1500 मीटर की ऊंचाई में स्थित है इन पहाड़ियों के ऊपरी भागों में पाए जाने वाले वनों को शीतोष्ण कटिबंध वन तथा निचले भागो में पाए जाने वाले वनों को उपोष्ण कटिबंध वन कहा जाता है शालोस वन - दक्षिणी पर्वतीय वनों के अंतर्गत नीलगिरी, अन्नामलाई तथा पालनी की पहाड़ियां पर पाए जाने वाले वनों को शालोस वन कहा जाता है 9 / 12 एबोनी वृक्ष ……. वनों में मिलते है ?(CET 12th - 2023) उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन पर्णपाती वन शंकुधारी सदाबहार भूमध्यसागरीय वन उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन - तापमान - उच्च वर्षा - 200 cm से अधिक क्षेत्र - पश्चिमी घाट के पश्चिमी भाग, पूर्वी हिमालय तथा अंडमान निकोबार द्वीप समूह वनस्पति - एनी, एबनी, बॉस, ताड, महोगनी आदि उपयोग - इनका आर्थिक महत्व तो नही है परंतु पारिस्थितिकी दृष्टि से सर्वाधिक महत्व के है उष्ण कटिबंधीय पतझड़ वन - उपनाम - मानसूनी वन उपयोग - आर्थिक दृष्टि से सर्वाधिक उपयोगी प्रकार - आर्द्र पतझड़ वन - वर्षा -100 से 150 cm क्षेत्र - पश्चिमी घाट के पूर्वी ढाल, बंगाल, उडीसा, छतीसगढ़, मध्यप्रदेश वनस्पति - कुसुम, साल, आंवला, शीशम, सागवान, महुआ, चंदन सर्वाधिक सागवान के वन भारत मे मध्यप्रदेश में जबकि चंदन के वन कर्नाटक में तथा साल के वन ओड़िसा में मिलते है शुष्क पतझड़ वन - वर्षा - 70 से 100 cm क्षेत्र - पूर्वी राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पश्चिमी मध्यप्रदेश, बिहार आदि वनस्पति - तेंदू, पलास, बैर, अमलताश आदि उष्ण कटिबंधीय शुष्क कांटेदार वन - वर्षा - 50 cm या उससे कम होती है क्षेत्र - पश्चिमि राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात के मरूस्थली क्षेत्र, प्रायद्वीपीय भारत के वृष्टि छाया प्रदेश में पाए जाते वनस्पति - बबूल, खेजड़ी, नागफनी, झाड़ियां, घासे आदिल 10 / 12 भारत मे ज्वारीय वन उप प्रकार संबंधित है ? [2ND ग्रेड (विशेष शिक्षा) 2019] अल्पाइन वन से शुष्क ऊष्ण कटिबंधीय वन से आर्द्र उष्ण कटिबंधीय वन से पर्वतीय शीतोष्ण वन से मैंग्रोव वनस्पति - 17 वी रिपोर्ट के अनुसार भारत मे कुल मैंग्रोव वनस्पति 4992 वर्ग किमी है सर्वाधिक मैंग्रोव वनस्पति वाले राज्य - पश्चिम बंगाल गुजरात अंडमान व निकोबार द्वीप समूह आंध्रप्रदेश 16 वी रिपोर्ट की तुलना में 17वी रिपोर्ट में कुल मैंग्रोव वनस्पति आवरण में 17 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है जो सर्वाधिक - उड़ीसा महाराष्ट्र कर्नाटक डेल्टाई वन - ये वन नदी डेल्टाओं में पाए जाते है इसके अंतर्गत सबसे प्रमुख सुंदर वन डेल्टा के वनों को शामिल किया जाता है इसके अलावा ये प्रायद्वीपीय नदी डेल्टाओं में पाए जाते है यहाँ सबसे प्रमुख वनस्पति मैंग्रोव वनस्पति तथा सुंदरी वृक्ष पाये जाते है 11 / 12 निम्नलिखित में से गलत कोड का चयन कीजिये ?. (ACF & ARO 2019) उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन - सागवान मैंग्रोव वन - सुंदरी उष्णकटिबंधीय कंटीले वन - सालर उष्णकटिबंधीय अर्ध सदाबहार वन - रोजवुड उष्ण कटिबंधीय शुष्क कांटेदार वन - वर्षा - 50 cm या उससे कम होती है क्षेत्र - पश्चिमि राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात के मरूस्थली क्षेत्र, प्रायद्वीपीय भारत के वृष्टि छाया प्रदेश में पाए जाते वनस्पति - बबूल, खेजड़ी, नागफनी, झाड़ियां, घासे आदिल उष्ण कटिबंधीय पतझड़ वन - उपनाम - मानसूनी वन उपयोग - आर्थिक दृष्टि से सर्वाधिक उपयोगी प्रकार - आर्द्र पतझड़ वन - वर्षा -100 से 150 cm क्षेत्र - पश्चिमी घाट के पूर्वी ढाल, बंगाल, उडीसा, छतीसगढ़, मध्यप्रदेश वनस्पति - कुसुम, साल, आंवला, शीशम, सागवान, महुआ, चंदन सर्वाधिक सागवान के वन भारत मे मध्यप्रदेश में जबकि चंदन के वन कर्नाटक में तथा साल के वन ओड़िसा में मिलते है शुष्क पतझड़ वन - वर्षा - 70 से 100 cm क्षेत्र - पूर्वी राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पश्चिमी मध्यप्रदेश, बिहार आदि वनस्पति - तेंदू, पलास, बैर, अमलताश आदि 12 / 12 शोला वन है ? (ACF & ARO 2019) आर्द्र शीतोष्ण उष्णकटिबंधीय आर्द्र एल्पाइन ज्वारीय दक्षिणी पर्वतीय वन - इन वनों के अंतर्गत प्रायद्वीपीय भारत के पर्वतों पर पाए जाने वाले वनों को शामिल किया जाता है जिसमे पश्चिमी घाट, विंध्याचल, नीलगिरी, पालनी की पहाड़ियां आदि को शामिल किया जाता है ये सभी पहाड़िया उष्ण कटिबंध में स्थित है तथा औसत रूप से 1200 से 1500 मीटर की ऊंचाई में स्थित है इन पहाड़ियों के ऊपरी भागों में पाए जाने वाले वनों को शीतोष्ण कटिबंध वन तथा निचले भागो में पाए जाने वाले वनों को उपोष्ण कटिबंध वन कहा जाता है शालोस वन - दक्षिणी पर्वतीय वनों के अंतर्गत नीलगिरी, अन्नामलाई तथा पालनी की पहाड़ियां पर पाए जाने वाले वनों को शालोस वन कहा जाता है Your score is The average score is 54% 0% Restart quiz Share this… Telegram Whatsapp Share This Article Facebook Twitter Copy Link Print Leave a comment Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ