निम्नलिखित दो वक्तव्य दिए गए है A कथन ओर R कारण कहा गया है (कॉलेज लेक्चर 2015)
A राष्ट्रीय सम्मेलन (1792-1795) ने अनाज की कीमत तय की।
R राष्ट्रीय संविधान सभा (1789- 1791) की तुलना में ये राष्ट्रीय सम्मेलन (1792- 1795) की संरचना निम्नवर्गीय थी
फ्रांस की क्रांति के चरण
- प्रथम चरण (1789- सितम्बर 1791)
- संविधान सभा के कार्य
- द्वितीय चरण (1 अक्टूबर 1791 - 26 अक्टूबर 1795)
- विधानसभा के कार्य (1 अक्टूबर 1791 - 10 अगस्त 1792)
- राष्ट्रीय सम्मेलन (सितम्बर 1792 - अक्टूबर 1795)
- तृतीय चरण (अक्टूबर 1795 - 10 नवम्बर 1799)
A प्रथम चरण (1789 से सेप्टेंबर 1791)
संविधान सभा के कार्य
- संविधान सभा ने सर्वप्रथम मानव अधिकारों की घोषणा करी इस घोषणा का प्रारूप लफायते ने तैयार किया
लियो गोरशोय ने कहा था कि मानव अधिकारो की घोषणा फ्रांस में पुरातन व्यवस्था की मृत्यु का प्रमाणपत्र था इसने फ्रांस के लोगो के जीवन मे नवीन आशा का संचार किया
- संविधान सभा ने देश के लिए नया संविधान बनाया जिसके अनुसार 745 सदस्यों की विधानसभा का गठन 02 वर्ष के लिए किया जाएगा
- नवीन संविधान के अनुसार फ्रांस में सीमित राजतंत्र लागू किया गया
- नवीन संविधान द्वारा फ्रांस में सार्वभौमिक मताधिकार नही लागू किया गया बल्कि संपत्ति के आधार पर मतदान का अधिकार दिया गया
- संविधान सभा ने आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए चर्च की संपत्ति को जब्त करने के आदेश दिए
- असाइंडबॉन्ड - चर्च की संपत्ति को जब्त करके असाइंड बॉन्ड जारी किए जिन पर ब्याज भी दिया जाता था आगे चलकर इसे मुद्रा के रूप में भी प्रयोग में लिया जाने लगा
- संविधान सभा ने फ्रांस के पादरियों को सिविल कॉन्स्टीशन ऑफ द कलर्जी की शपथ लेने को मजबूर किया गया जिसमें कहा गया कि पादरी फ्रांस के प्रति निष्ठावान रहेंगे यह शपथ वाल्तेयर के सिद्धांतों के आधार पर तैयार की गई
इस शपथ के कारण पॉप पायस 6 फ्रांस से नाराज हो गया
- संविधान सभा ने अपने आप को 30 सेप्टेंबर 1791 को भंग घोषित कर दिया एव इसी संविधान के अनुसार बनी विधानसभा ने 1 ऑक्टोम्बर 1791 को अपना कार्य संभाल लिया
राष्ट्रीय सम्मेलन (सितंबर 1792 - ऑक्टोम्बर 1795)
- राष्ट्रीय सम्मेलन ने 1793 में फ्रांस के लिए संविधान बना लिया किंतु यह संविधान कभी लागू ही नही हुआ ठंडे बस्ते में ही पड़ा रहा क्योंकि फ्रांस में गृहयुद्ध चालू हो गए एव फ्रांस विदेशी राष्ट्रों से भी युद्ध लड़ रहा था
- 1793 के संविधान के द्वारा फ्रांस में पूरी तरह गणतंत्र लागू करने की बात कही गयी एव सार्वभौमिक मताधिकार की भी बात कही गयी
- राष्ट्रीय सम्मेलन के कार्यकाल में जेकोबीन व जिरोंदिस्तो के मध्य संघर्ष चलता रहा
◆ कुदेता (2 जून 1793 का अवैध निर्णय)
- इस दिन मारा ने राष्ट्रीय सम्मेलन को बन्दी बना लिया इसके बाद जेकोबीनो ने जिरोंदिस्तो को मारना प्रारंभ किया