प्रताप सिंह बाहरठ
इस पोस्ट मे हम क्रांतिकारी वीर प्रताप सिंह बाहरठ के बारे मे सामान्य जानकारी लेने का प्रयास करेंगे
सर्वप्रथम प्रताप सिंह बाहरठ का जीवन परिचय
प्रारम्भिक शिक्षा
क्रान्तिकारी घटनाएं
प्रमुख कथन
मृत्यु
जीवन परिचय
- प्रताप सिंह बाहरठ का
जन्म – 24 मई 1893 ई में शाहपुरा में केसरीसिंह बाहरठ के घर पर हुआ।
प्रारम्भिक शिक्षा
- प्रताप सिंह को अर्जुनलाल सेठी के वर्द्धमान विद्यालय में पढ़ने भेजा गया, वहाँ वे क्रांतिकारी गतिविधियों में संलग्न हो गए
क्रांतिकारी घटनाएं
- प्रतापसिंह होर्डिंग बम कांड में भी जोरावर सिंह के साथ थे
- बीकानेर महाराजा गंगासिंह ने क्रांतिकारी गतिविधियों में संलग्न रहने के कारण प्रताप सिंह बाहरठ के बीकानेर आगमन पर प्रतिबंध लगा दिया था
- 1917 में प्रतापसिंह को बनारस कांड के संदर्भ में जोधपुर के आसारानाडा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया तथा बरेली जेल में रखा गया
प्रमुख कथन
- अंग्रेज अधिकारी चार्ल्स क्लीवलैंड ने राज उगलवाने के लिए कहा – “तुम्हारी माँ तुम्हारे बिना दुःखी है, वह आंसू बहाती रहती है” तब प्रताप ने जबाव दिया – “तुम कहते हो कि मेरी माँ मेरे लिए रात दिन रोती है और बहुत दुःखी है, किन्तु में अन्य सैंकड़ो माताओ का रोने का कारण नही बन सकता”
- हार कर क्लीवलैंड को
यह कहना पड़ा, “मैने आजतक प्रताप सिंह जैसे युवक नही देखा”
मृत्यु
- अमानुषिक यातनाओं के कारण 07 मई 1918 ई को बरेली जेल में 22 वर्ष की आयु में प्रताप सिंह शहीद हो गए।
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