पशु की आयु एव भार ज्ञात करना 2024

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दोस्तो ये पशु की आयु एव भार निर्धारण के नोट्स विभिन्न एग्जाम के लिए उपयोगी है जैसे पशु परिचर भर्ती, एग्रीकल्चर सुपरवाइजर भर्ती ओर उन सभी एग्जाम के लिए उपयोगी है जिसमे पशु विज्ञान को सिलेबस मे दिया गया हो

पशु की आयु एव भार ज्ञात करना को हमने व्यवस्थित नोट्स उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास किया गया है ये नोट्स अशोक सर की क्लासेस के आधार पर बनाये गए है

इन पशु की आयु एव भार ज्ञात करना के नोट्स को हमने विभिन्न चरणों मे पूरा किया है 

पशु की आयु एव भार ज्ञात करना

पशु का नामपशु की आयु (औसत)
गाय / भेंस20 से 23 वर्ष
भेड़10 वर्ष
बकरी15 वर्ष
ऊंट40 वर्ष
सुअर8 वर्ष
कुत्ते10 वर्ष
  • NOTE – भेड़, बकरियों की 5 वर्ष की आयु को प्रौढ़ माना जाता है

पशु की आयु निर्धारण की विधियां 

A पशु की शारिरिक दशा देखकर पशु की आयु

  • इसमे त्वचा, आंखे, थन, सिंग, स्वभाव आदि को देखकर 

B खुर देखकर 

  • यह विधि अमान्य है
  • खुर आयु के साथ बढ़ते है 
  • यह वैज्ञानिक विधि नही है

C सींगों द्वारा 

  • इसमे आयु का अनुमान सींगों पर बने छल्लो के आधार पर लगाया जाता है
  • पहला छल्ला तीन वर्ष की आयु पर बनता है इसके बाद प्रतिवर्ष एक छल्ला बनता है 

सूत्र = 2 + छल्लो की संख्या

D दांतों द्वारा 

  • यह वैज्ञानिक विधि है
  1. कर्तन दांत 
  • इनकी कुल संख्या 4 जोड़ी यानी 8 होती है
  • पहले अस्थायी बाद में स्थायी दांत निकलते है
  • इन्हें काटने वाले दांत भी कहते है
  1. अग्रचर्वण एव चर्वण दांत (प्रेमोलर एन्ड मोलर)
  • इन्हें कपोल दांत कहते है
  • अग्रचर्वण की संख्या – 12 
  • चर्वण की संख्या – 12 
  1. कील दांत 
  • इनकी कुल संख्या 4 होती है
  • यह दांत, सुअर, कुत्ता, बिल्ली मे पाये जाते है
  • पशुओ मे कूल 4 जोड़ी स्थायी दांत होते है प्रथम जोड़ा 2 वर्ष की उम्र में एव शेष 2 जोड़े एक एक वर्ष के अंतराल पर निकलते है
  • 5 – 6 वर्ष में सभी दांत विकसित हो जाते है
  • स्थायी दांत 6 माह बाद निकलना शुरू करते है
दांत सूत्र = i/i + c/c + pm/pm + m/m 

 I – कर्तन दांत / इंसाइजर

 C – कील दांत / केनाइन

 Pm – अग्रचर्वण / प्रेमोलर

  M – चर्वण दांत / मोलर

अस्थायी दांत विन्यास = 0/4, 0/0, 3/3, 0/0

  • गाय, भेंस, भेड़, बकरी मे दांतो की कुल संख्या 32 होती है

गाय, भैंसो के विभिन्न दांत एव उनके निकलने का समय पशु की आयु

निकलने का समयकाटने वाले दांतअग्रचर्वण व चर्वण दांत
जन्म से 1 सप्ताहअस्थायी प्रथम जोड़ी
दूसरा सप्ताहअस्थायी दूसरी जोड़ी
तीसरा सप्ताहअस्थायी तीसरी जोड़ी
चौथा सप्ताहअस्थायी चौथी जोड़ीसभी अस्थायी अग्रचर्वण
एक माह        –सभी अस्थायी अग्रचर्वण
6 माह / कपोल दांत का चौथाचर्वण दांत का पहला स्थायी जोड़ा
1 से 1.5 वर्ष चर्वण दांत का दूसरा स्थायी जोड़ा
2 से 2.5 वर्षस्थाई प्रथम जोड़ीचर्वण दांत का तीसरा स्थायी जोड़ाअग्रचर्वण का पहला व दूसरा जोड़ा स्थायी
2.5 से 3 वर्षस्थाई दूसरी जोड़ी
3 से 3.5 वर्षस्थायी तीसरी जोड़ीअग्रचर्वण दांतो का तीसरा जोड़ा स्थायी
4 से 4.5 वर्षस्थाई चौथी जोड़ी

भेड़ व बकरियों में दांत निकलने का समय 

आयु महीनों मेंकर्तन दांतो की स्थिति
जन्म के समय0 से 2 जोड़ी अस्थायी 
6 से 10 माहसभी अस्थायी
14 से 20 माहप्रथम (केंद्रीय) जोड़ी स्थायी
21 से 25 माहद्वितीय (मध्य) जोड़ी स्थायी
26 से 30 माहतृतीय (पार्श्व) जोड़ी स्थायी
30 से 36 माहचौथी (कोने वाली) जोड़ी

भार ज्ञात करना

पशु की आयु
  • एक बछड़ी का शरीर भार प्रतिदिन औसत 400 से 500 ग्राम बढ़ता है
  • कंधे के अग्रिम बिंदु से अपलास्थि बिंदु तक के बीच की दूरी पशु की लम्बाई कहलाती है
  • शेफर सूत्र = लंबाई(इंच) × हदय का घेरा(इंच) / 300

◆ तोलकर आयु ज्ञात करने पर

  • पशुओ को तौलने से 24 घण्टे पूर्व आहार बन्द कर देना चाहिए 
  • पशुओ को तौलने से 8 घण्टे पूर्व पानी बन्द कर देना चाहिए
  • पशुओ को लगातार तीन दिन तौलकर औसत वजन निकालते है

NOTE – 

  • पशुओ मे पहले से तीसरे ब्यात मे दूध उत्पादन बढ़ता है
  • पशुओ मे तीसरे से पांचवे ब्यात मे दूध उत्पादन स्थिर रहता है
  • पशुओ मे पांचवें ब्यात के बाद दूध उत्पादन घटता है

पशुओ को चिन्हित करना

  1. टेटुइंग / गोदना – 
  • सर्वश्रेष्ठ विधि है
  • यह स्थाई विधि है
  • यह गाय, भैंसो मे प्रचलित विधि है
  1. ब्राडिंग / दागना – 
  • यह अस्थायी विधि है
  • यह ऊंट व सुअर मे प्रचलित विधि है
  1. ईयर नाचिंग – 
  • यह स्थायी विधि है 
  • यह सुअरों मे प्रचलित विधि है
  1. पेंटिंग – 
  • अस्थायी विधि है
  • यह भेड़, बकरियो मे प्रचलित है
  1. टैगिंग – 
  • इसमे छल्ला लगाना होता है
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