दोस्तो ये पशुगणना संबंधित के नोट्स विभिन्न एग्जाम के लिए उपयोगी है जैसे पशु परिचर भर्ती, एग्रीकल्चर सुपरवाइजर भर्ती ओर उन सभी एग्जाम के लिए उपयोगी है जिसमे पशु विज्ञान को सिलेबस मे दिया गया हो
पशुगणना के नोट्स को हमने व्यवस्थित नोट्स उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास किया गया है ये नोट्स अशोक सर की क्लासेस के आधार पर बनाये गए है
इन पशुगणना नोट्स को हमने विभिन्न चरणों मे पूरा किया है
प्रथम पशुगणना
दिसम्बर 1919 से अप्रैल 1920 तक कि गयी यह पशुगणना जयपुर, बीकानेर, जोधपुर, कोटा, बूंदी, टोंक, किशनगढ़ मे हुई
स्वतंत्रता के बाद प्रथम पशुगणना 1951 मे हुई जो कि सातवी पशुगणना थी इसमे कुल 2.46 करोड़ पशु थे
पशुगणना राजस्व विभाग प्रत्येक 5 वर्ष बाद करवाता है जिसका मुख्यालय अजमेर में है
राजस्व विभाग की स्थापना 1 अप्रैल 1949 में हुई
नवीनतम पशुगणना 2019 मे हुई थी जो 20वी पशुगणना थी
20वी पशुगणना (भारत)
16 अक्टूबर 2019 को 20वी पशुगणना जारी की गई
20वी पशुगणना मे देश के कुल पशुधन की संख्या 535.78 मिलियन थी
19 वी पशुगणना मे देश मे कुल पशुधन की तुलना में 20वी पशुगणना मे 4.6 % की बढ़ोतरी हुई
देश मे सर्वाधिक पशुधन – उत्तरप्रदेश
उत्तरप्रदेश में पशुधन मे 1.35% की गिरावट हुई
सर्वाधिक पशुधन – उत्तरप्रदेश > राजस्थान > मध्यप्रदेश
पशुधन मे सर्वाधिक वृद्धि
पश्चिम बंगाल 23.32%
तेलंगाना 22.21%
आंध्रप्रदेश 15.79 %
20वी पशुगणना 2019 राजस्थान के संदर्भ में
यह नवीनतम पशुगणना है तथा पशुगणना प्रति 5 वर्ष बाद जारी होती है इस कारण 33 जिलों के आंकड़े जारी है तथा नये जिलों के आंकड़े अगली पशुगणना मे जारी किए जाएंगे
20वी पशुगणना मे कुल पशुधन 5.68 करोड
19वी पशुगणना मे कुल पशुधन 5.77करोड़
20वी पशुगणना मे इस बार 1.66% की कमी दर्ज की गई
20वी पशुगणना मे राजस्थान का देश मे दूसरा स्थान है तथा राजस्थान देश का 10.66 % पशुधन रखता है
20वी पशुगणना 16 अक्टूबर 2019 को जारी हुई
आयोजक – मत्स्य पालन, पशुपालन एव डेयरी मंत्रालय भारत सरकार
गणना – राजस्व मंडल एव पशुपालन निदेशालय द्वारा सयुंक्त रूप से गणना हुई (1 अक्टूबर 2018 से प्रारंभ)
यह देश की पहली डिजिटल पशुगणना है
NOTE
20 वी पशुगणना मे भारत के संदर्भ में मुर्गी, बकरी, गाय, भैंस, भेड़ मे वृद्धि दर्ज की गई है जबकि घोड़े, गधे, खच्चर, ऊँट, सुअर तथा याक मे कमी दर्ज की गई
20वी पशुगणना मे बकरियों की संख्या में 3.81% की कमी हुई है क्योंकि 19वी पशुगणना मे बकरियों की संख्या में 1% की वृद्धि हुई
20वी पशुगणना राजस्थान
20वी पशुगणना के अनुसार राजस्थान में कुल पशुधन 56.8 मिलियन है जो कि 2012 की 57.7 मिलियन थी, इस प्रकार 2019 मे कुल पशुओं की संख्या में 1.66% की कमी देखी गयी है
राजस्थान 56.8 मिलियन पशुओ के साथ भारत मे दूसरे स्थान पर है पहला स्थान उत्तरप्रदेश का है
राजस्थान गौ वंश के मामले में 2012 मे 13.3 मिलियन की तुलना में 2019 मे 13.9 मिलियन पशुओ के साथ 6वे स्थान पर है गौ वंश में 4.41% की वृद्धि हुई
राजस्थान बकरी के मामले में 2012 मे 3.26 मिलियन की तुलना में 2019 मे 2.13 मिलियन पशुओ के साथ पहले स्थान पर है ऊंटों की संख्या में 34.69% की कमी हुई है
राजस्थान भैंसो के मामले में 2012 मे 13.0 मिलियन की तुलना में 2019 मे 13.7 मिलियन पशुओ के साथ दूसरे स्थान पर है भैंसो मे 5.53% की वृद्धि हुई है
राजस्थान भेड़ की संख्या के मामले में 2012 के 9.1 मिलियन की तुलना में 2019 मे 7.9 मिलियन पशुओ के साथ चौथे स्थान पर है भेड़ मे 12.95% की कमी हुई
राजस्थान घोड़ो के मामले में 2012 मे 38 मिलियन की तुलना में 2019 मे 34 मिलियन पशुओ के साथ तीसरे स्थान पर है घोड़ो की संख्या में 10.85% की कमी हुई है
राजस्थान गधों के मामले में 2012 मे 81 मिलियन की तुलना में 2019 मे 23 मिलियन पशुओ के साथ पहले स्थान पर है गधों की संख्या में 71.31 % की कमी हुई है
20वी पशुगणना के महत्वपूर्ण निष्कर्ष निम्नलिखित है
देश मे कुल पशुधन आबादी 535.78 मिलियन है जो पशुधन गणना 2012 की तुलना में 4.6% अधिक है
कुल गौ जातिय आबादी (मवेशी, भेंस, मिथुन एव याक) वर्ष 2019 मे 302.79 मिलियन आंकी गयी जो पिछली गणना की तुलना में लगभग 1% अधिक है
देश मे मवेशी की कुल संख्या वर्ष 2019 में 192.49 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 8% ज्यादा है
मादा मवेशी (गायों की कुल संख्या) 145.12 मिलियन आंकी गयी है जो पिछली गणना 2012 की तुलना में 18% अधिक है
विदेशी/ संकर नस्ल ओर स्वदेशी/ अवर्गीय मवेशी की कुल संख्या देश मे क्रमशः 50.42 मिलियन ओर 142.11 मिलियन है
स्वदेशी / अवर्गीय मादा मवेशी की कुल संख्या वर्ष 2019 में पिछली गणना की तुलना में 10% बढ़ गयी है
विदेशी/ संकर नस्ल वाली मवेशी की कुल संख्या वर्ष 2019 में पिछली गणना की तुलना में 26.9 % बढ़ गयी है
स्वदेशी/ अवर्गीय मवेशी की कुल संख्या पिछली गणना की तुलना में 6% कम हो गयी हालांकि 2012-19 के दौरान स्वदेशी/ अवर्गीय मवेशी की कुल संख्या में कमी की गति 2007-12 के लगभग 9% की तुलना में अपेक्षाकृत काफी कम है
देश मे भैंसों की कुल संख्या 109.85 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में लगभग 1% अधिक है गायो और भैंसों मे कुल दुधारू पशुओ की संख्या 125.34 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 14.1% ज्यादा है
देश मे बकरी की कुल संख्या वर्ष 2009 में 148.88 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 10.1% अधिक है
वर्तमान गणना मे देश मे सुअर की कुल संख्या 9.06 मिलियन आंकी गयी है जो पिछली गणना की तुलना में 12.03% कम है मिथुन, याक, टट्टू, खच्चर, गधे, घोड़े, ऊँट सहित अन्य पशुधन आपस मे मिलकर कुल पशुधन मे लगभग 23% का योगदान करते है और उनकी कुल संख्या 1.24 मिलियन है
देश मे कुल पोल्ट्री संख्या वर्ष 2019 में 851.81 मिलियन आंकी गयी है जो 16.8% की वृद्धि दर्शाती है
देश मे वाणिज्यिक पोल्ट्री की कुल संख्या 534.74 मिलियन है जो पिछली गणना की तुलना में 4.5% अधिक है
पशु (मिलियन)
कुल सँख्या
देश मे राज्य का स्थान
देश मे प्रथम राज्य
गाय
13.9
छठा
पश्चिम बंगाल
भैंस
13.7
दूसरा
उत्तरप्रदेश
भेड़
7.9
चौथा
तेलंगाना
बकरी
20.84
प्रथम
राजस्थान
ऊंट
2.13
प्रथम
राजस्थान
घोड़े
.34
तीसरा
उत्तरप्रदेश
गधे
.23
पहला
राजस्थान
सुअर
×
×
असम
पशु
सर्वाधिक पशु संख्या
सबसे कम पशु संख्या
गाय
उदयपुर
जैसलमेर
भैंस
जयपुर
जैसलमेर
भेड़
बाड़मेर
धौलपुर
बकरी
बाड़मेर
धौलपुर
ऊँट
जैसलमेर
प्रतापगढ़
सुअर
जयपुर
बांसवाड़ा
मुर्गी
अजमेर
धौलपुर
कुल पशु
बाड़मेर
धौलपुर
भारत मे सर्वाधिक पशुधन वाले राज्य
पशुधन का नाम
अग्रणी राज्य
गाय
पश्चिम बंगाल
भैंस
उत्तरप्रदेश
भेड़
तेलंगाना
बकरी
राजस्थान
ऊंट
राजस्थान
कुक्कुट
तमिलनाडु
कुल पशुधन
उत्तरप्रदेश
20 वी पशुगणना भारत के संदर्भ में कुल पशुधन का प्रतिशत निम्नलिखित प्रकार से है
क्रम संख्या
पशुधन
कुल पशुधन का प्रतिशत
1
बकरी
27.74%
2
गाय
36.04%
3
भेंस
20.47%
4
भेड़
14.83%
5
घोड़ा
0.06%
6
गधा
0.02%
7
ऊंट
0.10%
8
सूअर
1.69%
9
मिथुन
0.07%
10
याक
0.01%
पशु
देश मे राजस्थान का स्थान
देश मे राजस्थान का प्रतिशत
बकरी
प्रथम
14%
गाय
छठा
7.24%
भेंस
द्वितीय
12.46%
घोड़ा एव टटू
तृतीय
9.9%
भेड़
चतुर्थ
10.64%
गधा एव खच्चर
प्रथम
18.9%
ऊंट
प्रथम
84.43%
मुर्गी
17वा
1.70%
प्रदेश में पशुधन – वर्ष 2019 की 20वी पशुगणना के प्रोविजनल आंकड़ो के अनुसार राज्य में पशुधन का विवरण निम्नलिखित प्रकार से है
क्रम संख्या
विवरण
पशु संपदा (संख्या लाखों मे)
1
बकरी वंश
208.40
2
कुक्कुट
146.23
3
गौ वंश
139.38
4
भेड़ वंश
79.04
5
भैंस वंश
136.93
6
उष्ट्र वंश
2.13
7
घोड़ा / टटू वंश
0.34
8
गधा वंश
0.23
9
खच्चर वंश
0.01
योग
568.01
20 वी पशुगणना मे राजस्थान के कुल पशुधन का प्रतिशत निम्नलिखित प्रकार से है
क्रम संख्या
पशुधन
राज्य के कुल पशुधन का प्रतिशत
1
बकरी
36.69%
2
गाय
24.54%
3
भैंस
24.11%
4
भेड़
13.92%
5
घोड़ा
0.06%
6
गधा
0.04
7
ऊंट
0.37%
8
सूअर
0.27%
प्रदेश में पशुधन का जिलेवार 5 सर्वाधिक घनत्व
क्रम संख्या
जिला
घनत्व
1
डूंगरपुर
433
2
बांसवाड़ा
386
3
दौसा
308
4
जयपुर
266
5
सीकर
256
प्रदेश में पशुधन का जिलेवार 5 सबसे कम घनत्व
क्रम संख्या
जिला
घनत्व
1
जैसलमेर
62
2
बीकानेर
90
3
बारां
110
4
चूरू
117
5
कोटा
120
प्रदेश में पशुधन का जिलेवार घनत्व
क्रम संख्या
जिला
क्षेत्रफल
पशुधन गणना (sq. Km)
पशुघनत्व (per sq. Km.)
1
अजमेर
8481
2026623
239
2
अलवर
8380
1867204
223
3
बांसवाड़ा
4522
1746208
386
4
बारां
6992
768014
110
5
बाड़मेर
28387
5118824
180
6
भरतपुर
5066
1228335
242
7
भीलवाड़ा
10455
2385247
228
8
बीकानेर
30239
2727900
90
9
बूंदी
5776
896341
155
10
चितौड़गढ़
7822
1372775
176
11
चूरू
13835
1616985
117
12
दौसा
3432
1057533
308
13
धौलपुर
3033
558481
184
14
डूंगरपुर
3770
1632031
433
15
श्रीगंगानगर
10978
1380093
126
16
हनुमानगढ़
9656
1217607
126
17
जयपुर
11143
2967602
266
18
जैसलमेर
38401
2388992
62
19
जालौर
10640
1661868
156
20
झालावाड़
6219
897724
144
21
झुंझुनूं
5928
1224345
207
22
जोधपुर
22850
3652786
160
23
करौली
5524
1027528
186
24
कोटा
5217
625064
120
25
नागौर
17718
2774211
157
26
पाली
12387
2148876
173
27
प्रतापगढ़
4449
1023841
230
28
राजसमंद
4655
1089760
234
29
सवाई माधोपुर
4498
757553
168
30
सीकर
7732
1978728
256
31
सिरोही
5136
926938
180
32
टोंक
7194
1154663
161
33
उदयपुर
11724
2875092
245
कुल
342239
56775772
166
प्रदेश में अर्थव्यवस्था में पशुपालन का 10% से अधिक सकल घरेलू आय में योगदान है
प्रदेश में उपलब्ध पशुधन देश का लगभग 13.22% दूध, 37.44% ऊन का उत्पादन करता है
क्षेत्रीय कार्यालय पशुपालन विभाग को सात क्षेत्रों – उदयपुर, जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर, बीकानेर एव जोधपुर में विभाजित किया गया है