अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम (1775- 1783)
दोस्तो अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम टॉपिक विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण टॉपिक है इस से कम से कम एक प्रश्न जरूर पूछा जाता है
इस अमेरिका की क्रांति को हमने विस्तृत रूप से अध्ययन किया है
- प्रजातंत्र को विश्व मे लोकप्रिय बनाने का श्रेय अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम को ही दिया जाता है
NOTE – अप्रैल 1917 में अमेरिका प्रथम विश्वयुद्ध में यह कहकर शामिल हुआ की वह दुनिया मे प्रजातंत्र को सुरक्षित रखना चाहता है
- जनतंत्र, संघवाद व संविधान के आदर्शों को भी इस स्वतंत्रता संग्राम ने लोकप्रिय बनाया था
- अमेरिकन शब्द किसके लिए काम मे लिया –
- यूरोप के जो लोग अमेरिका में पहुंचे थे उनके लिए अमेरिकन शब्द काम मे लिया जाता है
- अमेरिका के मूल निवासियों को कोलम्बस ने रेड इंडियन कहा था
- 12 ऑक्टोम्बर 1492 को इटली के जेनोवा नगर के कोलम्बस ने अमेरिका की खोज करी इसे स्पेन की रानी इसाबेला ने एशिया का मार्ग खोजने के लिए भेजा था कोलम्बस ने नीनो पीटो व नाओ नामक जहाज से अमेरिका की खोज की
- इंग्लैंड को अमेरिका का मातृ देश कहा जाता है क्योंकि 90% इंग्लैंड के लोग अमेरिका में पहुंचे थे शेष 10 % में स्पेन, पुर्तगाल, फ्रांस, जर्मनी, इटली के लोग एव रेड इंडियन थे
- 1497 में इंग्लैंड के शासक हेनरी सप्तम ने इटली के जॉन कोलेट को चीन व एशिया के साथ व्यापारिक मार्ग खोजने के लिए भेजा किंतु कोलेट उतरी अमेरिका के तट पर पहुंच गया जिसका नाम न्यू फाउंडलेण्ड रखा गया
NOTE – कोलम्बस वेस्ट अमेरिका के बहामा द्वीप पर पहुंचा था
- 1499 में इटली के अमेरिगो वासपुची ने कोलम्बस के कार्यो को आगे बढ़ाया इसी ने बताया कि कोलम्बस द्वारा खोजा गया क्षेत्र एक नयी दुनिया है
कॉस्मोग्राफी इंट्रोडक्शिया
- यह वसपूची के पत्रों का संकलन है जो 1507 में प्रकाशित हुए
- अमेरिका की प्राचीन सभ्यताओं में एजटेक, इंका व माया सभ्यता का नाम आता है इन्ही सभ्यताओं के लोगो को परास्त करके यूरोपियन अमेरिका में पहुंचे
- यूरोप के लोग अमेरीकन सोना, चांदी को प्राप्त करने के लिए अमेरिका पहुंचे थे
- प्रारंभ में स्पेन व पुर्तगाल ने अमेरिकन क्षेत्रों पर आधिपत्य स्थापित किया
- 1519 में स्पेन के हरमन कार्टेज ने एजटेक सभ्यता के लोगो को परास्त कर मेक्सिको पर अधिकार किया
- 1532 में स्पेन के फ्रांसिस्को पिजारो ने इंका सभ्यता के लोगो को परास्त कर पेरू पर अधिकार किया
- 1524 में फ्रांस के शासक फ्रांसिस प्रथम ने इटली के वेराजोना को एशिया का मार्ग खोजने के लिए भेजा किंतु इसने उतरी कैरोलिना से लेकर न्यूयॉर्क तक के क्षेत्र को खोज लिया
- 1534 में फ्रांस के जैक कार्टियर ने अमेरिका में क्यूबेस से लेकर मॉन्ट्रियल तक के क्षेत्र को खोजा
- प्रारंभ में स्पेन व पुर्तगाल के लोग ज्यादा पहुंचे थे इसलिए वर्तमान में भी उतरी अमेरिका व कनाडा के क्षेत्रों में स्पेनी व पुर्तगाली भाषा ज्यादा बोली जाती है
- 16 वी शताब्दी के अंतिम समय मे लड़े गए जलयुद्धो में इंग्लैंड ने स्पेनिश अरमेडा को परास्त कर दिया एव अब इंग्लैंड ने अमेरिका में बस्तियां स्थापित करना प्रारंभ कर दिया
- प्रथम यूरोपीयन बस्ती जो 1565 में अमेरिका में स्थापित हुई वह सन्त ऑगस्टीन थी यह बस्ती फ्लोरिडा राज्य में है यह स्पेन द्वारा स्थापित थी
- 1607 में कप्तान क्रिस्टोफर न्यूफोर्ट के नेतृत्व में इंग्लैंड ने अमेरिका का वर्जीनिया राज्य में प्रथम बस्ती जेम्स टाउन की स्थापना करी इसके बाद इंग्लैंड लगातार अमेरिका में बस्तियां स्थापित करता रहा 1775 तक 13 बस्तियां इंग्लैंड ने स्थापित कर ली
- इन 13 बस्तियों में से जॉर्जिया एकमात्र ऐसा स्थान था जहाँ इंग्लैंड ने प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया था
- इंग्लैंड अपनी अमेरिकन बस्तियों को केवल अपने आर्थिक हितों के लिए काम मे लेना चाहता था
- अमेरिकन स्वतंत्रता संग्राम मातृदेश इंग्लैंड के आधिपत्य से मुक्ति का इतिहास है
- यह स्वतंत्रता संग्राम उपनिवेश अमेरिका द्वारा मातृदेश इंग्लैंड की इच्छा के विरुद्ध स्वतंत्रता प्राप्त करने के एव इंग्लैंड द्वारा अमेरिका के प्रति अपनाई गई कठोर आर्थिक नीति के कारण हुआ
अमेरिका में यूरोपीयों के बसने के कारण
- आजीविका के नए क्षेत्रों की खोज करना
- धर्म का प्रचार करना
- यूरोप में चल रहे गृह युद्धों से मुक्ति
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम के कारण
1 उपनिवेश अमेरिका के लोगो के मन मे मातृदेश इंग्लैंड के प्रति प्रेम का अभाव था
2 इंग्लैंड ने प्रारंभ से ही उपनिवेश अमेरिका के आन्तरिक मामलो में नगण्य हस्तक्षेप किया था
3 उपनिवेश अमेरिका के लोगो मे इंग्लैंड की अपेक्षा स्वतंत्रता की भावना ज्यादा थी 1618 में वर्जिनिया राज्य ने घोषणा पत्र जारी किया जिसमें कहा गया कि बसने वाले लोगो को सभी प्रकार की स्वतंत्रता दी जावेगी इसलिए अमेरिका के राष्ट्रपति जेफरसन 1618 से इस स्वतंत्रता संग्राम को प्रारंभ मानते है
4 दोषपूर्ण राजनैतिक व्यवस्था –
- इंग्लैंड के द्वारा अमेरिका में शासन चलाने के लिए दो राजनीतिक इकाइयों की व्यवस्था की गई
- उच्च सदन – इसका प्रमुख गवर्नर था इसकी नियुक्ति ब्रिटिश सम्राट के द्वारा की जाती इसे किसी भी कानून को रद्द करने का अधिकार था
- निम्न सदन – इसके सदस्यों को चुना जाता था
5 अभिवृति व सिद्धान्तों का संघर्ष चल रहा है अमेरिका व इंग्लैंड के मध्य – अमेरिकन लोगो ने काफी आर्थिक प्रगति कर ली एव वे भविष्य में भी आगे बढ़ना चाहते थे किंतु इंग्लैंड की आर्थिक नीतियाँ उनके मार्ग में बाधा उपस्थित कर रही थी
इंग्लैंड में संसद की शक्ति को सर्वोच्च माना जाता था किंतु अमेरिकन इसे नही मानते थे उनका कहना था कि जब संसद में हमारा कोई प्रतिनिधि नही है तो संसद को हमारे ऊपर ‘कर’ लगाने का भी अधिकार नहीं है
6 बोद्धिक चेतना का विकास
- अमेरिका की क्रांति में बुद्धिजीवी वर्ग ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया
- बेंजामिन फ्रेंकलिन के द्वारा ‘फिलोसोफिकल सोसायटी’ की स्थापना की गई
- 1636 में अमेरिका के मेसाचुसेट्स राज्य के केम्ब्रिज नगर में हावर्ड कॉलेज की स्थापना हुई
- 1693 में अमेरिका के वर्जिनिया राज्य में विलियम एंड मैरी कॉलेज की स्थापना हुई
- 1700 में अमेरिका के केम्ब्रिज में प्रथम छापाखाना स्थापित हुआ
- 1704 में प्रथम समाचार पत्र बॉस्टन न्यूज लैटर प्रकाशित किया गया इस समाचार पत्र के द्वारा अमेरिका में राजनैतिक चेतना जाग्रत करने का कार्य किया गया
- जेम्स ओटिस, पेट्रिक हेनरी व सैम्युल एडम्स व बैजामीन फ्रेंकलिन जैसे बुद्धिजीवियों ने भी अमेरिकन जनता को जागृत किया
- 1775 में टॉमस पेन द्वारा लिखित पुस्तक ‘कॉमन सेंस’ ने भी अमेरिकन जनता को जाग्रत किया
7 सप्तवर्षीय युद्ध का प्रभाव (1756- 1763)
- यह युद्ध वास्तव में प्रशा व ऑस्ट्रिया के मध्य हुआ था जिसमे प्रशा का साथ इंग्लैंड ने एव ऑस्ट्रिया का साथ फ्रांस ने दिया था इस कारण जगह जगह अंग्रेजों एव फ्रांसीसियों के मध्य में भी लड़ाइयां प्रारंभ हो गयी
- इस युद्ध मे अमेरिका के लोगो ने फ्रांसीसियों का साथ दीया इस कारण इंग्लैंड अमेरिका से ओर ज्यादा नाराज हो गया
- इस सप्तवर्षीय युद्ध का उद्देश्य – कनाडा को प्राप्त करना था कनाडा पहले फ्रांस का उपनिवेश था इस युद्ध मे इंग्लैंड की विजय हुई तथा पूरे अमेरिकी महाद्वीप में इंग्लैंड को चुनौती देने वाला कोई नही बचा अतः इंग्लैंड ने अमेरिका पर विभिन्न प्रकार के कर लगाने शुरू कर दिए जिससे अमेरिका का आर्थिक शोषण हुआ
8 इंग्लैंड द्वारा उपनिवेश अमेरिका का आर्थिक शोषण
- इंग्लैंड ने कुछ कानून बनाकर अमरीका के आर्थिक शोषण करना चाहा जैसे
- नौ संचालन कानून / नेविगेशन / जहाजरानी एक्ट – 1651
- व्यापारिक अधिनियम
- औद्योगिक अधिनियम
- यद्यपि इंग्लैंड ने अमेरिका को दबाने के लिए यह कानून बनाये किंतु इनका विशेष फर्क नही पड़ा क्योंकि ये कानून कभी भी मजबूती से लागू नही किये गए
9 इंग्लैंड द्वारा उपनिवेश अमेरिका के प्रति अपनायी गयी कठोर आर्थिक नीति
- यद्यपि सप्तवर्षीय युद्ध मे इंग्लैंड फ्रांस से जीत गया था किंतु इंग्लैंड की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गयी इसलिए इंग्लैंड ने अमेरिका पर नवीन ‘कर’ लगाए
- ट्रेवेलीयन लिखता है कि “ग्रेनविले ने अमेरिका को खो दिया क्योंकि उसने अमेरिका से आने वाली डाक को पढ़ना प्रारंभ कर दिया”
- ग्रेनविले ब्रिटिश प्रधानमंत्री था इसने अमेरिका को प्रभावित करने के लिए 04 नवीन कानून बनाये
- शुगर एक्ट / मोलीसेज एक्ट (1764 )
- इस कानून के माध्यम से अमेरिका के व्यापारीयो पर यह प्रतिबंध लगा दिया कि अमेरिका शुगर का आयात केवल इंग्लैंड से ही करेगा जिससे अमेरिकी व्यपारियो को आर्थिक हानि हुई
- ओर व्यापारियों ने शुगर की तस्करी करना शुरू कर दिया अतः इंग्लैंड ने खोजी वारंट (रीट ऑफ असिस्टेंड) जारी किया
- स्टांप एक्ट (1765)
- अमेरिका में सभी न्यायिक व गैर न्यायिक कागजो पर 2 पेन्स से लेकर 6 पेंस तक स्टाम्प लगाना अनिवार्य कर दिया गया
- न्यूयॉर्क में पैट्रिक हेनरी के नेतृत्व में इस एक्ट का विरोध किया गया
- अमेरिका में स्वतंत्रता के पुत्र व स्वतंत्रता की पुत्रियां नामक संगठन बने
- जेम्स ओटिस ने नारा दिया – “प्रतिनिधि नही तो कर नही”
- यह कर ब्रिटिश संसद द्वारा अमेरिकी उपनिवेशों पर लगाया गया पहला प्रत्यक्ष कर था
- ऑक्टोम्बर 1765 में इसके विरोध में न्यूयॉर्क में स्टाम्प एक्ट कांग्रेस का गठन हुआ
- क्वाटरिंग एक्ट (1765) –
- इस कानून के माध्यम से इंग्लैंड की सरकार ने अमेरिका में इंग्लैंड की सेना रखना अनिवार्य कर दिया और इस सेना का खर्चा अमेरिका से ही वसूलने का निर्णय लिया
- अमेरिका के गेन्ज नामक स्थान पर इंग्लैंड की सेना रखी गयी
- करेंसी एक्ट – 1765
- इस कानून के माध्यम से अमेरिका में इंग्लैंड की मुद्रा का प्रचलन अनिवार्य कर दिया गया और अमेरिका में हुंडी पर भी प्रतिबंध लगा दिया
- ग्रेनविले द्वारा बनाये गये कानूनों का विरोध होने के कारण इंग्लैंड व अमेरिका के मध्य व्यापार कम हो गया परिणामस्वरूप इंग्लैंड में ग्रेनविले की सरकार का पतन हुआ एव रॉकिंघम ने इंग्लैंड में नवीन सरकार बनाई
रॉकिंघम का डिक्लेमेट्री एक्ट – 1766
- रोकींघम ने सरकार बनाते ही ग्रेनविले द्वारा लगाए गए कानूनों को रद्द कर दिया किंतु इसने 1766 में डिक्लेमेट्री एक्ट के द्वारा कहा कि इंग्लैंड की संसद को अमेरिका पर कर लगाने का अधिकार बना रहेगा
- इंग्लैंड व अमेरिका के मध्य व्यापार कम होता गया परिणामस्वरूप रॉकिंघम सरकार का भी पतन हो गया (1767) एव इंग्लैंड में विलियम पीट ने नवीन सरकार बनाई
टाउन शेड की कर नीति
- टाउन शेड पीट की सरकार में वित्तमंत्री था
- टाउन शेड ने उन 5 वस्तुओं पर कर लगाया जिन्हें अमेरिका इंग्लैंड से आयात करता था
चाय, शीशा, कागज, सिक्का धातु व रंग
- जॉन डिकेसन ने इस कर योजना के विरोध में एक लेख लिखा जिसका शीर्षक ‘पेंसिलवेनिया के किसान के पत्र’
- टाउन शेड द्वारा बनाये गए कानूनों का भी अमेरिका में विरोध हुआ
- बोस्टन नामक स्थान पर अमेरिकन नागरिकों एव ब्रिटिश सेनिको के मध्य झड़प हो गयी जिसमे कुछ अमेरिकन नागरिक मारे गए 5 मार्च 1770 की इस घटना को बोस्टन हत्याकांड कहा जाता है
- 1770 में टाउन शेड द्वारा लगाए गए करो को भी हटा लिया गया केवल प्रतीकात्मक रूप से चाय पर कर रखा गया जिसके कारण 16 दिसम्बर 1773 को अमेरिका में बोस्टन टी पार्टी हुई
10 तत्कालीक कारण
लार्ड नार्थ की चाय नीति / बोस्टन टी पार्टी – 16 दिसम्बर 1773 –
- इंग्लैंड के प्रधानमंत्री लार्ड नार्थ के काल मे केवल चाय पर ही 3 पेन्स पर पोंड कर रखा गया
- अमेरिका ओर यूरोप में चाय की आपूर्ति ईस्ट इंडिया कम्पनी करती थी
- अमेरिका में यह कानून लागू किया गया कि उसे चाय केवल इंग्लैंड से ही लेना जरूरी है
- लार्ड नार्थ ने अमेरिका को राहत देने के लिए भारत की चाय सीधे अमेरिका भेजने का निर्णय लिया किंतु इसमे भी अमेरिकन लोगो को इंग्लैंड की चाल नजर आयी
- 16 दिसम्बर 1773 को अमेरिका के मेसाचुसेट्स राज्य के बोस्टन बंदरगाह पर इंग्लैंड का जहाज डार्ट माउथ खड़ा था इसमे चाय की पेटिया थी सैम्युल एडंस के नेतृत्व में अमेरिकन लोगो ने इन 340 पेटियो को समुन्द्र में फेंक दिया
- यह घटना बोस्टन टी पार्टी के नाम से जानी गयी
- HW एल्सन ने लिखा कि – “कानून केवल बंदूक की नली से ही लागू हो सकते है”
- बोस्टन टी पार्टी की घटना ने इंग्लैंड व अमेरिका को प्रत्यक्ष युद्ध की स्थिति में ला दिया इंग्लैंड ने बोस्टन को बर्बाद करने के लिए कठोर कानून बनाये गये
- इस घटना के बाद इंग्लैंड ने बोस्टन बंदरगाह पर चल रही व्यापारिक गतिविधियों स्थगित कर दी ओर मेसाचुसेट्स के निवासियों को मिलने वाली सुविधाएं समाप्त कर दी
- इंग्लैंड के उपरोक्त नियमो के लिए अमेरिकावासियों ने असहनीय दर्द या असहनीय नियम नाम दिया
फिलाडेल्फिया का प्रथम सम्मेलन – 5 sept 1774
- सितंबर 1774 में बोस्टन को बचाने के लिए 12 अमेरिकन बस्तियां के 55 प्रतिनिधि आगे आयी (जॉर्जिया को छोड़कर) एव फिलाडेल्फिया में महाद्वीप की प्रथम कांग्रेस का अधिवेशन हेनरी मिडल्टन व पेटंन रेंडलोफ कि अध्यक्षता में बुलाया गया
- इस सम्मेलन में सैम्युल एडम्स, जॉन काक ओर जॉर्ज वाशिंगटन (रेफेबियस) भी शामिल थे
- इस सम्मेलन में अमेरिका के द्वारा इंग्लैंड के समक्ष एक मांग पत्र प्रस्तुत किया गया जिसे इंग्लैंड ने अस्वीकार कर दिया
- इस अधिवेशन में ओलिव ब्रांच पिटीशन के द्वारा अमेरिका ने इंग्लिश को चेतावनी दी कि बोस्टन को बर्बाद करने वाले कानून नही हटाये गये तो अमेरिका इंग्लैंड से व्यापारिक संबंध पूरी तरह तोड़ लेगा
- इस सम्मेलन का उद्देश्य बोस्टन बंदरगाह को बचाना व इंग्लैंड के साथ मधुर संबंध स्थापित करना था
कॉनकॉर्ड व लेक्सिंगठन की लड़ाईयां (अप्रैल 1775)
- यह स्थान बोस्टन के नजदीक है
- यहाँ पर ब्रिटिश सेनिको व अमेरिकन नागरिकों के मध्य मुठभेड़ हो गयी जिसमे 8 अमेरिकी नागरिक मारे गए
- यह घटना लेक्सिंगठन हत्याकांड के नाम से जानी गयी और यही से वास्तविक रूप से अमेरिकी स्वतंत्रता की शुरुआत हुई
- इन लड़ाईयों से भी यह स्वतंत्रता संग्राम प्रारंभ माना जाता है
महाद्वीप की द्वितीय कांग्रेस का सम्मेलन (मई 1775)
- यह अधिवेशन भी फिलाडेल्फिया में बुलाया गया इसकी अध्यक्षता जॉन हेनहोक ने करी थी
- इसी अधिवेशन के तहत जून 1775 में महाद्वीपीय सेना का गठन किया जिसका सेनानायक जॉर्ज वाशिंगटन को बना दिया गया
- इसी सम्मेलन में अमेरिका की स्वतंत्रता की घोषणा का प्रारूप तैयार करने के लिए 5 सदस्यों की समिति गठित करने का निर्णय लिया गया
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख घटनाएं
(1) जून 1775 – बंकर हिल की लड़ाई
- इस लड़ाई में अमेरिकन सेना का नेतृत्व जॉर्ज वाशिंगटन को सौंपा गया जोर्ज वाशिंगटन ने ‘प्रेसकोट’ के नेतृत्व में सेना भेजी थी
- इंग्लैंड की ओर से जनरल ‘हो’ के द्वारा नेतृत्व किया गया जनरल हो ने विलियम हार्वे के नेतृत्व में सेना भेजी
- इस युद्ध मे ब्रिटिश सेना को सफलता मिली थी
- इस लड़ाई ने अमेरिका को समझा दिया कि वह अपने बलबुते पर इंग्लैंड से जीत नही सकता है विदेशी सहायता जरूरी है और वह तभी मिल सकती है तब अमेरिका स्वयं इंग्लैंड से स्वतंत्रता की घोषणा करें
- इस युद्ध के बाद बेंजामिन फ्रेंकलिन ने यूरोपियन देशो से सैनिक सहायता की मांग की परिणामस्वरूप 1778 में फ्रांस, 1779 में स्पेन ओर 1780 में हॉलेंड ने अमेरिका से संधि करके अमेरिका को सैनिक सहायता देने का निर्णय लिया
(2) 4 जुलाई 1776 – अमेरिकन स्वतंत्रता की घोषणा
- अमेरीकन स्वतंत्रता की घोषणा का प्रारूप थॉमस जेफरसन के नेतृत्व वाली कमेटी ने तैयार किया था इस कमेटी में जॉन एडम्स, फ्रेंकलिन, शरमन व लिविंगस्टोन भी शामिल थे
- जॉन लॉक की पुस्तक ‘सैकंड टिट्राइज ओन गवर्मेंट’ के आधार पर इस घोषणा ……
(3) ट्रेंटन व प्रिंसटन की लड़ाइयां (दिसम्बर 1776 व जनवरी 1777)
- इन लड़ाइयों में अमेरिकन सेना ने ब्रिटिश सेना को परास्त किया
(4) ब्रेंडीवाईन की लड़ाई – सितंबर 1777
- इस लड़ाई में अमेरीकन सेना हार गई
(5) सारटोगा का युद्ध – ऑक्टोम्बर 1777
- इस लड़ाई में ब्रिटिश सेना जो बुर्गोयन के नेतृत्व में थी उसे जॉर्ज वाशिंगटन की सेना ने परास्त किया
- इस लड़ाई के बाद 1778 में फ्रांस, 1779 में स्पेन, 1780 में हॉलेंड ने इंग्लैंड के विरुद्ध अमेरिका से संधि करी
- फ्रांस के द्वारा ‘लफायते’ के नेतृत्व में सेना भेजी गयी
(6) किंगमाउंटेन का युद्ध – ऑक्टोम्बर 1780
- इस युद्ध मे भी ब्रिटिश सेनाएं पराजित हुई
(7) यार्कटाउन का युद्ध – ऑक्टोम्बर 1781
- यह निर्णायक लड़ाई थी जिसमे ब्रिटिश सेना जो कार्नवालिस के नेतृत्व में 8000 सेनिको के साथ थे इस सेना ने वाशिंगटन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया
- इस समय बेंड द्वारा यह धुन बजाई गयी ‘द वर्ल्ड टर्न अपसाइड डाउन’ अर्थात दुनिया पलट गयी
- तुर्गो ने लिखा कि – “उपनिवेश उन फलों के समान है जो पकते ही पेड़ से अलग हो जाते है”
- यार्क टाउन युद्ध के बाद इंग्लैंड व अमेरिका में युद्ध बन्द हो गया किंतु फ्रांस, स्पेन व हॉलेंड इंग्लैंड से लड़ते रहे
- यह तय हुआ कि चारो देश एक साथ इंग्लैंड से संधि करेंगें
पेरिस की संधि – 03 सितंबर 1783
- यह संधि अमेरिका, फ्रांस व हॉलेंड के द्वारा इंग्लैंड के साथ कि गयी इस संधि के अनुसार
- इंग्लैंड की ओर से रिचर्ड ओसवाल्ड एव अमेरिका की ओर से बेंजामिन फ्रेंकलिन थे
- इस संधि के अनुसार इंग्लैंड ने 13 अमेरिकन बस्तियो की स्वतंत्रता को स्वीकारा (इंग्लैंड का शासक – जॉर्ज तृतीय 1760-1820)
- अफ्रीका में सेनेगल क्षेत्र और वेस्टइंडीज में टोबेगो क्षेत्र फ्रांस को दिए जाएंगे
- मिनारिका द्वीप स्पेन को दिया जाएगा
- लेब्रोडोर व उसके आस पास के क्षेत्र में मछली पकड़ने का अधिकार फ़्रांस को दे दिया जाएगा
- इस संधि द्वारा इंग्लैंड व हॉलेंड के मध्य युद्ध से पूर्व की स्थिति स्थापित हुई
अमेरिका का संविधान – अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम
- अमेरिका में फिलाडेल्फिया नामक स्थान पर 1787 में 12 राज्यो ने संविधान बनाने के लिए अपने प्रतिनिधि भेजे यहाँ रॉड आईलैंड के प्रतिनिधि ने हिस्सा नही लिया
- 1787 में अमेरिका ने अपना संविधान तैयार किया इसी संविधान के अनुसार जॉर्ज वाशिंगटन को राष्ट्रपति चुना गया (वाशिंगटन का जन्म – 1732 में वर्जिनिया के ब्रिजस क्रीक स्थान पर हुआ)
- 1788 में यह संविधान लागू किया गया
- इस संविधान के अनुसार 1789 में जॉर्ज वाशिंगटन को अमेरिका का राष्ट्रपति चुना गया
- 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति शपथ ग्रहण करते है
- संविधान संशोधन से पहले 4 मार्च को अमेरिका के राष्ट्रपति शपथ लिया करते थे
- अमेरिका के संविधान के अनुसार दासों को स्वतंत्रता प्राप्त नही हुई इस कारण 18 वी शताब्दी के अंत व 19 वी शताब्दी में अमेरिका में गृह युद्ध हुए
- अमेरिका में दासों की दुर्दशा पर लोंगफेलो की कविता – ‘स्लेव्स ड्रीम्स’ एव हेरियत स्टोवे के उपन्यास -’अंकल टॉमस केबिन’ में वर्णन किया गया है
- 1865 में अब्राहम लिंकन ने दास प्रथा को समाप्त किया
- अमेरिका की सफलता के 03 प्रमुख कारण थे
प्रकति, फ्रांस, जॉर्ज वाशिंगटन
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम के परिणाम
- इस स्वतंत्रता संग्राम से लिखित संविधानो का प्रचलन हुआ
- अमेरिका एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र बना
- इस स्वतंत्रता संग्राम ने उपनिवेशवाद व साम्रज्यवाद की भावना को नुकसान पहुंचाया
- इस स्वतंत्रता संग्राम के बाद इंग्लैंड में संसद की शक्ति को बढ़ाने व राजा की शक्ति को कम करने की मांग उठी
- इस स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के कारण फ्रांस क्रान्ति की चपेट में आगया
- भारत पर इस स्वतंत्रता संग्राम का नकारात्मक प्रभाव पड़ा
- इस स्वतंत्रता संग्राम के बाद आयरलैंड में भी इंग्लैंड से स्वतंत्र होने के लिए आवाज उठने लगी
प्रमुख कथन
- बेंजामिन फ्रेंकलिन – “जुड़ जाओ या मर जाओ”
- पेट्रिक हेनरी – “या तो मुझे स्वतंत्रता दो वरना मृत्यु दो”
- जोसेफ प्रिसेल – “अमेरिकन क्रांति ने इंग्लैंड की महान क्रांति को धूमिल कर दिया “
- जॉन एडम्स – “अमेरिकी क्रांति फ्रांसीसी क्रांति की भांति महान घटना थी”
इस अमेरिका क्रांति के टॉपिक के माध्यम से हमने आपको निम्न प्रश्नों के उत्तर देने की कोशिश करी है
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम के कारण एवं परिणाम
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम pdf
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम
अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के तीन प्रमुख कारणों की विवेचना कीजिए
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम के कारण
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम के कारण
अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम के परिणाम